आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर एनडीए में घमासान टीडीपी सांसदों के इस्तीफे के रुप में खत्म हुआ. टीडीपी के दोनों सांसदों अशोक गजापति राजू और वाई एस चौधरी ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. राष्ट्रपति ने आज इस्तीफा स्वीकार कर लिया.
नई दिल्ली. आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मामले में टीडीपी सांसद अशोक गजापति राजू और वाई एस चौधरी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. अशोक गजापति राजू के इस्तीफे के बाद फिलहाल तात्कालिक प्रभाव से नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास आ गया है. अशोक गजापति राजू नागरिक उड्डयन मंत्री थे, उन्होंने गुरुवार शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने टीडीपी सांसद अशोक गजापति राजू और वाय एस चैधरी का इस्तीफा आज स्वीकार कर लिया है. इसके बाद राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि फिलहाल तात्कालिक प्रभाव से नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार प्रधानमंत्री देखेंगे. यह जानकारी आधिकारिक प्रवक्ता ने दी है. बता दें कि राजू नागरिक उड्डयन मंत्री थे वहीं वाई एस चौधरी केंद्रीय कैबिनेट में राज्य तकनीक और भू विज्ञान मंत्रालय देख रहे थे.
बता दें कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे. नायडू ने गुरुवार को पीएम मोदी द्वारा फोन ना उठाए जाने का भी ट्वीट किया था. इससे एक दिन पहले ही उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर एनडीए से अलग होने का ऐलान किया था. इसके बाद भी उम्मीद थी कि मामला सुलझ जाएगा लेकिन बात नहीं बन पाई और दोनों मंत्रियों ने अपने पदभार से इस्तीफा सौंप दिया था. मुख्यमंत्री नायडू ने यह कदम उठाते हुए कहा था कि केंद्र ने राज्य के साथ अन्याय किया है. इस दौरान चंद्रबाबू नायडू ने संवाददाताओं को बताया था कि केंद्र में टीडीपी के दो मंत्री पी.अशोक गजपति राजू (नागरिक उड्डयन मंत्री) और वाई.एस.चौधरी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री) गुरुवार अपना इस्तीफा देंगे.
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