केंद्रीय सूचना आयोग की नई बिल्डिंग के उद्घाटन समारोह में पद्म सम्मानों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने पद्म सम्मानों की प्रक्रिया को भी पारदर्शी कर दिया है. अब जनता द्वारा इस सम्मान के लिए लोगों से सुझाव और नाम लिए जाते हैं.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व की सरकारों द्वारा पद्म अवॉर्ड दिए जाने को लेकर गंभीर सवाल उठाए. पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि क्या कारण है कि पद्म अवॉर्ड पाने वाले ज्यादातर लोग दिल्ली से हैं. उन्होंने कहा कि क्या पहले अवॉर्ड के लिए भी लॉबिंग होती थी. उन्होंन कहा कि आजादी के बाद जितने लोगों को अवॉर्ड दिए गए उनमें से ज्यादातर दिल्ली से ही हैं. इसका मतलब हुआ कि सारा टेलैंट दिल्ली में ही है. टैलेंट, सेवा, त्याग ये बातें और कहीं नहीं हैं, सिर्फ दिल्ली के लोगों में ही हैं. प्रधानमंत्री ने यह बातें पहले की सरकारों पर तंज कसते हुए कहीं.
पीएम मोदी नई दिल्ली केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) की नई बिल्डिंग के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे जहां उन्होंने पहले की सरकारों को निशाने पर लिया. यहां पीएम मोदी ने कहा कि सशक्त नागरिक हमारे लोकतंत्र का सबसे मजबूत आधार है. हमारी सरकार नागरिकों को सूचना से परिपूर्ण और सशक्त बनाने के लिए पिछले चार साल से प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार हर क्षेत्र को पारदर्शी बनाने का काम कर रही है.
यहां पीएम मोदी ने कहा कि बीते दो-तीन सालों में आपने देखा होगा कि पद्म सम्मानों को लेकर भी सरकार ने एक पारदर्शी सिस्टम तैयार किया है. और इस पारदर्शी सिस्टम की वजह से देश के दूर-दराज के इलाकों समाज के हित में अपनी जिंदगी खपा देने वाले लोगों को भी सामने आने का अवसर मिला है. आजादी के बाद देश में जितने भी पद्म सम्मान दिए गए हैं उनमें सबसे ज्यादा दिल्ली के लोग हैं. पहले की सरकारों में इस सम्मान के लिए एक लॉबिंग चलती थी. पीएम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली के डॉक्टर नेताओं की सेहत संभालते थे, इसलिए उन्हें सबसे ज्यादा पद्म पुरस्कार मिलते थे.
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