नई दिल्ली: भारतीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की जमकर तारीफ की. उन्होंने प्रधानमंत्री के सुशासन का जिक्र किया जिसके कारण गुजरात में चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में गए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में सुशासन का एक नया मॉडल कायम […]
नई दिल्ली: भारतीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की जमकर तारीफ की. उन्होंने प्रधानमंत्री के सुशासन का जिक्र किया जिसके कारण गुजरात में चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में गए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में सुशासन का एक नया मॉडल कायम किया है। उस मॉडल को देशभर में लागू किया। सामान्य नागरिक चाहता है कि बिना किसी भ्रष्टाचार के उसे उसके तमाम हक़ मिले।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘याद कीजिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने क्या कहा था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया भेजने पर गांव पहुंचने पर 15 पैसे हो जाते हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बटन दबाया, उन्होंने ऐसा डिजिटल सिस्टम बनाया है कि आम नागरिकों के खाते में एक बार में 26 लाख करोड़ रुपये आ जाते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें सड़क पर कोई छू नहीं सकता। भ्रष्टाचार इसे छू नहीं सकता.
उन्होंने कहा कि इसके पीछे सुशासन का एक मॉडल है, जहां हर तरफ नागरिकों को रखकर ही ऐसी सुव्यवस्था बनाई गई है. इन्होंने कहा कि सबसे पहले जनधन में 45 करोड़ खाते खोले गए हैं, 135 करोड़ आधार यानी डिजिटल से लिंक है. 4.5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर खोले गए हैं, ताकि दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों को भी वैसी ही सुविधाएं मिल सकें, जो देश में उपलब्ध हैं…. जो दिल्ली और दिल्ली मुंबई जैसे बड़े शहरों में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सुशासन की भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी व्यवस्था बनाई गई है, जिसमें लोगों ने अपना ऐतबार जताया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुशासन का ही नतीजा है कि कई राज्यों के चुनाव परिणाम और लोकसभा 2014, 2019 और कई राज्यों के नतीजे साफ दिखाते हैं कि लोगों का भरोसा सिर्फ उन्हीं पर है जो देश के विकास का सामान्य मॉडल दे सकें. उन्होंने कोलऔर स्पेक्ट्रम घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें याद है जब उसमें भ्रष्टाचार हुआ था, लेकिन यह पारदर्शी व्यवस्था का ही नतीजा है कि सरकारी खजाने में साढ़े चार लाख करोड़ का इजाफा हुआ जो सरकारी कामों में लगे.