Piyush Goyal On Nobel Laureate Abhijit Banerjee: भारतीय मूल के नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी द्वारा नरेंद्र मोदी सरकार में भारत के आर्थिक हालात ठीक न होने को लेकर बयानबाजी देने पर मोदी सरकार के कई केंद्रीय मंत्री हमलावर हो गए हैं. अनंत कुमार हेगड़े के बाद अब रेल मंत्री पीयूष गोयल को वामपंथी विचारधारा से प्रभावित बताते हुए कहा है कि नोबेल विजेता के विचार को भारत के लोगों ने नकार दिया है और कांग्रेस की न्याय स्कीम का हश्र भी दुनिया देख चुकी है.
नई दिल्ली. Piyush Goyal On Nobel Laureate Abhijit Banerjee: भारतीय मूल के नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी द्वारा नरेंद्र मोदी सरकार के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत के बारे में कहना उन्हें भारी पड़ रहा है. अनंत कुमार हेगड़े के बाद अब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अभिजीत बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा है कि भारतीय लोगों ने नोबेल विजेता के विचार को रिजेक्ट कर दिया है, इसलिए उनके भारतीय अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत पर टिप्पणी करने का कोई औचित्य नहीं है. गोयल ने कहा कि ये न्याय योजना की गुणगान कर रहे थे लेकिन जनता ने उसे खारिज कर दिया. सबको पता है कि ये वामपंथी विचार के लोग हैं. आपको बता दूं कि जिस दिन अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी के साथ एक और व्यक्ति को संयुक्त रूप से इकॉनोमिक्स का नोबेल अवॉर्ड दिया गया, उसी दिन बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति डंवाडोल है और फिलहाल इसमें सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है.
शुक्रवार को महाराष्ट्र के पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने एक पत्रकार के अभिजीत बनर्जी के जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सबसे पहले मैं अभिजीत बनर्जी को नोबेल पुरस्कार जीतने के लिए बधाई देता हूं, लेकिन यहां सबको पता है कि उनकी सोच क्या है. भारत के लोगों ने उनके विचार को रिजेक्ट कर दिया है. पीयूष गोयल ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की न्याय स्कीम के पीछे इनकी सोच का क्या हश्र हुआ, ये दुनिया देख चुकी है.
उल्लेखनीय है कि पीयूष गोयल से पहले केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था पर अभिजीत बनर्जी की टिप्पणी की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि ऐसे अर्थशास्त्री की बात का क्या भरोसा, जो मुद्रास्फीति ज्यादा टैक्स बढ़ाने की बात करता हो. दरअसल, पहले से ही आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार की काफी आलोचना हो रही थी, लेकिन नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी द्वारा मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी में इंडियन इकॉनमी पर बोलने के बाद से पूरी दुनिया का ध्यान इसपर गया और फिर से आलोचनाओं का दौर चल गया.