भूख से मौत मामलों में नहीं जागी झारखंड सरकार, राशन की दुकान पर लगा पोस्टर- भूख से मरने से पहले अपने डीलर से भेंट करें

झारखंड राज्य की रघुवर सरकार भूख से मौत के मामलों में कितनी संवेदनशील है, इसकी पोल खोलने के लिए मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली एक एक्टिविस्ट कविता श्रीवास्तव ने एक पोस्टर ट्वीट किया है. यह पोस्टर झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के टंटनगर ब्लॉक स्थित सरकारी राशन की दुकान के बाहर लगा था. इस पोस्टर में लिखा है, 'कोई भी कार्डधारी या अन्य ग्रामीण भूख से मरने से पहले अपने डीलर से भेंट करें.' बता दें कि यह पोस्टर कथित तौर पर भूख से मरने वाले उन 6 लोगों की मौतों के बाद राज्य सरकार का जवाब जान पड़ता है, जिनका राशन कार्ड आधार से लिंक नहीं होने की वजह से उनको राशन नहीं मिल पाया था और भूख से उनकी मौत हो गई थी.

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भूख से मौत मामलों में नहीं जागी झारखंड सरकार, राशन की दुकान पर लगा पोस्टर- भूख से मरने से पहले अपने डीलर से भेंट करें

Aanchal Pandey

  • January 15, 2018 5:44 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

रांचीः झारखंड में एक ओर लोग भूख से मर रहे हैं और दूसरी ओर इन मौतों पर सरकार के असंवेदनशील रवैये का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के टंटनगर ब्लॉक स्थित एक सरकारी राशन की दुकान चलाने वाले ने अपनी दुकान पर बेहद अजीब पोस्टर चिपकाया है. इस पोस्टर में लिखा है, ‘कोई भी कार्डधारी या अन्य ग्रामीण भूख से मरने से पहले अपने डीलर से भेंट करें.’ मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली एक एक्टिविस्ट कविता श्रीवास्तव ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस पोस्टर को ट्वीट किया था.

कविता ने पोस्टर को ट्वीट करते हुए लिखा कि राशन कार्ड से आधार लिंक न होने के कारण हुई 6 मौतों पर यह सरकार का रिस्पॉन्स है. कविता के ट्वीट करने के बाद 100 से ज्यादा लोग इसे री-ट्वीट कर चुके हैं. बताते चलें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, झारखंड में अब तक राशन कार्ड से आधार कार्ड लिंक न होने की वजह से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. दरअसल पिछले साल 27 मार्च को उन सभी राशन कार्डों को सरकार ने रद्द करने का फैसला किया था जो आधार कार्ड से लिंक नहीं थे.

सितंबर 2017 में एक बार फिर राज्य सरकार ने 11 लाख राशन कार्डों को फर्जी बताकर रद्द कर दिया था. अक्टूबर माह में 11 साल की संतोष कुमारी की मौत की खबर से कोहराम मच गया था. मामले का खुलासा होते ही पता चला कि संतोष के परिवार का राशन कार्ड आधार से लिंक नहीं हो पाया था, जिसकी वजह से उन्हें राशन नहीं मिल पाया और संतोष कुमारी की मौत हो गई. इस घटना के बाद राज्य में 5 अन्य लोगों की भूख के चलते मौत की खबरें आईं, हालांकि सरकार इन खबरों को नकारती रही. भूख के चलते मौतों के बाद अब राज्य के राशन डीलरों की दुकान पर इस तरह का पोस्टर यह दर्शाता है कि भूख से मौत के मामले में रघुवर सरकार कितनी संवेदनशील है.

 

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https://youtu.be/wxqOkSsFUgY

 

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