नई दिल्ली, पाकिस्तान में इस समय अभूतपूर्व स्थिति (Pakistan Political Crisis) पैदा हो गई है. कार्यवाहक प्रधानमंत्री इमरान खान की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने नेशनल असेंबली भंग कर दी है. देश से चुनाव के लिए तैयार रहने का ऐलान किया गया है, 90 दिनों के भीतर देश में चुनाव होंगे. अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सरकार गिराने का प्लान बना रही पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियां पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग इमरान के इस कदम से बेहद नाराज हैं और दोनों विपक्षी पार्टियों के सांसद असेंबली में बैठ गए हैं और उन्होंने अपना स्पीकर भी चुन लिया है. इस बीच पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया, जिसके बाद अब कल इस मामले की सुनवाई की जाएगी.
अब पाकिस्तान में संसद भंग होने के बाद सवाल उठता है कि बिलावल भुट्टो और शाहबाज शरीफ के पास अब क्या ऑप्शन हैं? सबसे पहले तो दोनों विपक्षी पार्टियों ने डिप्टी स्पीकर के अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग न कराने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, अब विपक्ष या तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार कर सकता है, या 90 दिनों के अंदर होने वाले चुनाव की तैयारी कर सकता है, या सेना से आस लगा सकता है. लेकिन, सेना ने पहले ही मामले से पल्ला झाड़ते हुए कह दिया है कि वो इस मामले में कोई दखल नहीं करने वाला है.
इसके अलावा पकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में विपक्ष द्वारा इस मामले को लेकर जाया जा चुका है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले में एक स्पेशल बेंच का गठन भी किया जा चुका है. जो इस मसले पर सुनवाई करेगी. उधर दूसरी ओर पकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी ये दावा करते नज़र आये कि पाकिस्तान में एक बार फिर इमरान खान की सत्ता वापस आएगी. बता दें अब पकिस्तान में संसद भंग होने के बाद महज 90 दिनों के भीतर ही चुनाव कराए जाने हैं.