नई दिल्ली. आईएनएक्स मीडिया मामले में तिहाड़ जेल भेजे गए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पहली रात काट ली है. उन्हें बाकि कैदियों की तरह ही रखा जा रहा है. उन्हें किसी तरह की कोई विशेष सुविधा नहीं दी गई है. हालांकि कोर्ट के आदेशानुसार उन्हें अलग सेल में रखा गया है क्योंकि जेल के बाहर उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी जा रही थी. इस कारण उनकी सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें जेल में भी अलग रखा जा रहा है.
इस बारे में जानकारी देते हुए जेल अधिकारियों ने कहा कि पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम, जिन्हें गुरुवार शाम तिहाड़ जेल में लाया गया था, को अलग सेल और वेस्टर्न टॉयलेट के अलावा कोई विशेष सुविधा नहीं मिली. अन्य कैदियों की तरह, उसके पास भी जेल की लाइब्रेरी का उपयोग होगा और एक निर्दिष्ट अवधि के लिए टेलीविजन देख सकते हैं. जरूरी मेडिकल चेक अप के बाद, चिदंबरम को जेल नंबर 7 में रखा गया था, जहां आमतौर पर प्रवर्तन निदेशालय के मामलों में अभियुक्तों को रखा जाता है. संयोग से, उनके बेटे कार्ति को भी पिछले साल इसी मामले में 12 दिनों के लिए इस सेल में रखा गया था.
सूत्रों ने बताया कि जेल में पहली रात उन्होंने हल्का डिनर और अपनी दवाइयां खाईं. सेल को पहले ही तैयार कर दिया गया था क्योंकि जेल अधिकारियों ने अनुमान लगाया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता के खिलाफ चल रहे अदालती मामलों में उन्हें जेल भेजा जा सकता है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी, जिन्हें अगस्ता वेस्टलैंड और बैंक धोखाधड़ी मामले में ईडी द्वारा जांच की जा रही है, भी इस जेल में बंद हैं.
जेल के एक अधिकारी ने कहा कि आमतौर पर 7 से 8 बजे के बीच कैदियों को भोजन परोसा जाता है, लेकिन यह उन लोगों के लिए अलग रखा जाता है जो अदालती प्रक्रियाओं के कारण देरी से पहुंचते हैं. सामान्य डिनर मेनू में रोटियां, दाल, साबजी और चावल होते हैं. पी चिदंबरम ने भी जेल में यही खाया. उन्हें कोर्ट ने अपनी दवाईयां ले जाने की अनुमति दी है. खाने के बाद चिदंबरम ने दवाईयां लीं.
बाकि अधिकारियों की तरह पी चिदंबरम को भी सुविधा दी गई है कि वो आरओ से पानी पिएं या कैंटीन से पैक बोतल खरीदें. पी चिदंबरम, जो यूपीए-2 के दौरान गृह मंत्री भी थे, को आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में गुरुवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. उच्च सुरक्षा के बीच दिग्गज कांग्रेसी नेता को राउज एवेन्यू कोर्ट से एशिया की सबसे बड़ी जेल में लाया गया. जेल अधिकारियों को चिदंबरम को अदालत से जेल लाने में लगभग 35 मिनट लगे.
मीडिया द्वारा चिदंबरम की पुलिस वैन का पीछा किए जाने पर जेल अधिकारियों ने एक दस्तावेज के साथ उनका चेहरा छिपाने की कोशिश की. उन्हें जेल के गेट नंबर 4 से जेल के अंदर ले जाया गया.
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