Opposition meets today for Grand Alliance: 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी हो रही है. इसी के चलते विपक्ष सत्ताधारी पार्टी भाजपा के खिलाफ एक महागठबंधन करने की कोशिश में जुटी है. विपक्ष इसके लिए एक बैठक रही है. इस बार होने वाली बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शामिल होने की भी उम्मीद जताई जा रही है.
नई दिल्ली. पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक दिन पहले विपक्ष अगले साल होने वाले लोकसभी चुनाव में महागठबंधन करने के लिए बैठक कर रही है. दिल्ली में होने वाली इस बैठक को चंद्रबाबू नायडू ने बुलाया है. उन्होंने भाजपा के खिलाफ सभी पार्टियों को एकजुट करने की जिम्मेदारी उठाई है. सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के दलितों में सबसे ज्यादा पंसद की जाने वाली और लोकसभा में सबसे ज्यादा सांसद भेजने वाली मायावती इस बैठक में शामिल नहीं हो रही हैं. वहीं कहा जा रहा है कि हर बार इस तरह की बैठक से गायब रहने वाले आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल इस बार बैठक का हिस्सा बनेंगे.
मायावती की बहुजन समाज पार्टी और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी दोनों ही कांग्रेस से नाराज हैं. दरअसल कांग्रेस के साथ मायावती की राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीट बांटने पर कोई बात नहीं बन पाई थी. वहीं 2019 के लिए गठबंधन करने के लिए अरविंद केजरीवाल की बात का कांग्रेस की ओर से कोई जवाब न आने पर वो नाराज हैं. अभी ये साफ नहीं है कि कितनी पार्टियां कांग्रेस को आगे रखकर भाजपा के खिलाफ एक महागठबंधन की बात पर मंजूरी देंगी. वहीं बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हमेशा से ही महागठबंधन के पक्ष में बोली हैं. उन्होंने इसके लिए कई पार्टियों से बातकर उन्हें मनाने की कोशिश भी की. हालांकि उन्होंने ये भी साफ कह दिया था कि वो नेशनल पार्टियों के लिए महागठबंधन के बाद केंद्र में एक अहम स्थान चाहती हैं.
हाल ही में कांग्रेस के साथ अपने दशकों पुराने मतभेद भुलाकर चंद्रबाबू नायडू इस महागठबंधन के लिए जुट गए हैं. उन्होंने कहा कि इस महागठबंधन के लिए कुछ पार्टियों के विचार में मतभेद होंगे लेकिन हमें इन विचारों को अलग रखकर आगे बढ़ना है. चंद्रबाबू नायडू पहले ही महागठबंधन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पिछले कुछ हफ्तों के दौरान मिल चुके हैं. इस बार होने वाली बैठक में ममता बनर्जी के अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी, द्रमुक के स्टालिन, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव, एचडी कुमारस्वामी और कई और बड़े नेता शामिल होने की उम्मीद है.