लखनऊ : शनिवार को समाजवादी पार्टी ने शिवपाल सिंह यादव और ओमप्रकाश राजभर को खुली चिट्ठी लिख डाली है. इस खत से राजनीति एक बार फिर गरमा गई है. खत में दोनों को गठबंधन छोड़कर स्वतंत्र रूप से काम करने या अपना फैसला लेने के संबंध में कहा गया है. सपा की चिट्ठी पर सबसे […]
लखनऊ : शनिवार को समाजवादी पार्टी ने शिवपाल सिंह यादव और ओमप्रकाश राजभर को खुली चिट्ठी लिख डाली है. इस खत से राजनीति एक बार फिर गरमा गई है. खत में दोनों को गठबंधन छोड़कर स्वतंत्र रूप से काम करने या अपना फैसला लेने के संबंध में कहा गया है. सपा की चिट्ठी पर सबसे पहले राजभर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जहां ओमप्रकाश राजभर ने तलाक को मंजूर करते हुए इसका जवाब दिया है.
Today they (SP) have given divorce & we've accepted that. Next step is BSP. When I meet CM Yogi Adityanath it's bad for them but it's good if Akhilesh Yadav meets CM. Everything will be clear by 2024. We fight for Dalits & backwards & will continue to do so: SBSP chief OP Rajbhar pic.twitter.com/NkG3fi7wfr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 23, 2022
ओपी राजभर ने अब समाजवादी पार्टी के खत को पिछड़ों और दलितों की आवाज उठाने का नतीजा बताया है. राजभर ने कहा, ‘इस तलाक को मंजूर करते हैं और आगे इसका जवाब देंगे.’ उन्होंने अखिलेश यादव के चमचों और सलाहकारों से घिरे होने की भी बात कही है साथ ही उनके नाम भी उन्होंने गिनाए जिसमें- संजय लाठर, अरविंद गोप, नरेश उत्तम, अनुराग भदौरिया जैसे लोगों को सपा प्रमुख अखिलेश का नवरत्न बताया हैं.
बता दें, इससे पहले ओपी राजभर ने ये बात साफ़ कर दी है बताया कि सपा से गठबंधन टूटने के बाद उनकी प्राथमिकता बहुजन समाज पार्टी है, और जब बसपा से बात नहीं बनेगी तो किसी और से बात होगी. अभी तो लोकसभा चुनाव से पहले कई दल सामने आएंगे, फिलहाल भाजपा से ऑल इज़ वेल नहीं है. उन्होंने गठबंधन के संबंध में कहा, बहनजी से बातचीत होगी और आगे की रणनीति तय की जाएगी.
बता दें, राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने की बात पर भी ओपी राजभर ने जमकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, जब समाजवादी पार्टी ने विपक्षी प्रत्याशी के लिए हमसे वोट नहीं माँगा, जब प्रत्याशी यशवंत सिन्हा ने हमसे वोट नहीं मांगा तो हम क्या करते? न लड़ने वाला और न ही लड़ाने वालों ने वोट माँगा, दूसरी ओर द्रौपदी मुर्मु और भाजपा दोनों की तरफ से वोट मांगा गया तो हमने भी ऐलान करने के बाद उन्हें वोट दे दिया.
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