लखनऊ, समाजवादी पार्टी और ओपी राजभर की तल्खी की खबरें इस समय सुर्ख़ियों में हैं, उत्तर प्रदेश उपचुनाव में हार के बाद से ही सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर और अखिलेश यादव के बीच जुबानी जंग चल रही है. वहीं बीते कुछ दिनों से राजभर के गठबंधन से अलग होने की अटकलें भी लगाई जा […]
लखनऊ, समाजवादी पार्टी और ओपी राजभर की तल्खी की खबरें इस समय सुर्ख़ियों में हैं, उत्तर प्रदेश उपचुनाव में हार के बाद से ही सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर और अखिलेश यादव के बीच जुबानी जंग चल रही है. वहीं बीते कुछ दिनों से राजभर के गठबंधन से अलग होने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं. इसी बीच मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का निधन हो गया, जबकि इससे पहले सपा संरक्षक बीमार चल रहे थे. ऐसे में ओम प्रकाश राजभर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे हैं. राजभर ने खुद ट्वीट कर इस मुलाक़ात की तस्वीरें शेयर की है, जिसके बाद इन तस्वीरों ने फिर एक नई चर्चा शुरू कर दी है.
समाजवादी पार्टी के सरंक्षक, पूर्व रक्षा मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय श्री मुलायम सिंह यादव जी की धर्मपत्नी साधना यादव जी के निधन पर आज उनके लखनऊ स्थित आवास पर मिलकर शोक संवेदना व्यक्त किया। pic.twitter.com/E2Tf3jMMbx
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) July 13, 2022
दरअसल, समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पत्नी का 9 जुलाई को निधन हो गया था, जिसके बाद पूरे परिवार में शोक की लहर छा गई है. ऐसे में राजनीतिक बयानबाजियों और अटकलों को किनारे कर सुभासपा प्रमुख सपा सरंक्षक से मिलने पहुंचे हैं.
दोनों के बीच हुई इस मुलाकात की जानकारी ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट कर दी, इसके साथ उन्होंने कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं. अपने ट्वीट में सुभाषपा प्रमुख ने लिखा, “समाजवादी पार्टी के सरंक्षक, पूर्व रक्षा मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की धर्मपत्नी साधना गुप्ता के निधन पर बुधवार को उनके लखनऊ स्थित आवास पर मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की.”
सुभासपा प्रमुख द्वारा शेयर की गई इन तस्वीरों में मुलायम सिंह यादव बेड पर सोए हुए नजर आ रहे हैं, जबकि राजभर वहीं उनके पास कुर्सी पर बैठे हैं. दो तस्वीरों में इन दोनों दिग्गज नेताओं के बीच कुछ चर्चा भी हो रही है, बता दें कि इन तस्वीरों को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि पिछले दिनों की राजनीतिक चर्चाओं के बावजुद अब यादव परिवार के दुख में सुभासपा प्रमुख उनसे मिलने पहुंचे हैं, ऐसे में गठबंधन के बने रहने की हलचल है.
Sri Lanka Crisis: रानिल विक्रमसिंघे बनाए गए कार्यवाहक राष्ट्रपति, फिर सड़कों पर उतरी जनता