नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2023-24 के बजट से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पत्रिका पाञ्चजन्य द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बड़ा बयान देते हुए मध्यमवर्गीय परिवारों पर कोई नया टैक्स ना लगाने की घोषणा करते हुए आम लोगों को राहत दी है। निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा […]
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2023-24 के बजट से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पत्रिका पाञ्चजन्य द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बड़ा बयान देते हुए मध्यमवर्गीय परिवारों पर कोई नया टैक्स ना लगाने की घोषणा करते हुए आम लोगों को राहत दी है।
निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि, “मैं भी एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हूं जिस कारण उनका दर्द समझ सकती हूं। सरकार की ओर से अब पांच लाख रुपए से कम कमाने वाले लोगों पर कोई भी नया टैक्स नहीं लगाया जाएगा। इसके साथ ही सरकार मध्यम वर्ग के जीवन को आसान बनाने के लिए लगातार स्मार्ट शहरों का निर्माण के अलावा मेट्रो रेल नेटवर्क के विस्तार पर काम कर रही है।”
इसके अलावा वित्त मंत्री ने कहा कि, “2020 के बजट से सरकार लगातार अपने पूंजीगत खर्च को बढ़ा रही है, और चालू वित्त वर्ष में इसको 35 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.50 लाख करोड़ रुपए पर पहुंचा दिया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार सार्वजनिक बैंकों की आर्थिक हालत को सुधारने के साथ ही एनपीए को कम करने के लिए लगातार काम कर रही है।“
कार्यक्रम में राजनीतिक दलों के द्वारा मुफ्त घोषणाओं को लेकर जब निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि, “मैं ये ही सवाल उन राजनीतिक दलों को पूछना चाहती हूं जो चुनाव के समय मुफ्त की घोषणा तो कर दे रहे है, लेकिन उनकी राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुए इन वादों को पूरा कर पाना संभव है या नहीं ?
निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मोदी सरकार की ओर से किए गए आर्थिक सुधारों के बारे में बताते हुए कहा कि, “2013 मे भारत दुनिया की सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में से एक था। 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए, जिसके कारण भारत अब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।