Nirmala Sitharaman on Economic Package: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के ब्यौरे को लेकर कई अहम जानकारियां दी.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई जरूरी बात कही. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हर रोज वे और उनकी टीम लोगों को इस आर्थिक पैकेज की अलग- अलग विस्तृत रूप से जानकारी देगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने समाज के वर्गों से बातचीत के बाद यह पैकेज तैयार किया है. उन्होंने कहा कि सरकार पैकेज के जरिए देश में ग्रोथ रेट को बढ़ाना चाहती है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाना है इसी वजह से इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान भी कहा जा रहा है.
वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया में स्थानीय ब्रांड्स को पहचान दिलाना हमारा लक्ष्य है. उन्होने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का अर्थ आत्मविश्वासी भारत का है जो स्थानीय लेवल पर उत्पाद बनाकर ग्लोबल उत्पादन में योगदान दे न कि सिर्फ सीमित रहे.
WATCH NOW📡
Finance Minister @nsitharaman addresses press conference on #EconomicPackage
📍: National Media Centre, New Delhi #AatmanirbharBharat https://t.co/senhZQZszz
— PIB India (@PIB_India) May 13, 2020
वित्त मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आने वाले दिनों में वे अपनी टीम के साथ मीडिया के सामने आकर हर रोज इस पैकेज की जानकारी देंगी. उन्होंने बताया कि छोटे उद्योगों (MSME) के लिए सरकार की ओर से 6 बड़े कदम उठाए गए हैं. इनमें MSME को बिना गारंटी के 3 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया जाएगा. साथ ही संकट में फंसे एमएसएमई के लिए 20 हजार करोड़ का प्रावधान होगा.
निर्मला सीतारमण ने बताया कि एक करोड़ रुपए तक की निवेश वाली कंपनियां माइक्रो यूनिट होंगी. कारोबार ज्यादा होने पर भी एमएसएमई का फायदा मिलेगा. वहीं 20 करोड़ रुपए तक की निवेश सीमा मीडियम के लिए होगी. हर एक सेक्टर में लगी एमएसएमई को योजना से लाभ मिलेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि एमएसएमई जो सक्षम हैं, लेकिन कोरोना की वजह से परेशान हैं, उनके कारोबार के विस्तार के लिए 10 हजार रुपए के फंड्स ऑफ फंड के जरिए सहयोग दिया जाएगा.