गांधीनगर। आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने कमर कस ली है। आम आदमी पार्टी के आगमन के बाद भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति के साथ-साथ उम्मीदवारों को लेकर भी नई नीति बनाई है। सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान 10 नवंबर को होगा। साथ ही भाजपाई खेमे के उम्मीदवारों में एक नया चेहरा […]
गांधीनगर। आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने कमर कस ली है। आम आदमी पार्टी के आगमन के बाद भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति के साथ-साथ उम्मीदवारों को लेकर भी नई नीति बनाई है। सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान 10 नवंबर को होगा। साथ ही भाजपाई खेमे के उम्मीदवारों में एक नया चेहरा भी देखने को मिल सकता है। हलांकि यह चौंकाने वाली बात नहीं है, क्योंकि इस चेहरे के चयन को लेकर सभी को पहले से आभास था।
देश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर उम्मीदवारों की घोषणा 9-10 नवंबर को करेगी। इस घोषणा को लेकर भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति की दो दिवसीय बैठक दिल्ली में स्थित भाजपा के मुख्यालय में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होंगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल भी होंगे। 182 सीटों पर होने वाले चुनाव में उम्मीदवारों की पहली सूची में 165 उम्मीदवारों की घोषणा होगी। इस सूची मे कई दिग्गज नेताओंं का टिकट कटने की पूरी उम्मीद है। टिकट कटने वाले दिग्गज नेताओं की सूची मे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणई एवं मौजूदा उप मुख्यमंंत्री नितिन पटेल का नाम भी हो सकता है।
भारतीय जनता पार्टी मौजूदा गुजरात विधानसभा चुनाव को प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देख रही है। इस चुनाव मे जहाँ कई कद्दावर नेताओं के टिकट कटेंगे वहीं दूसरी ओर भाजपा इस बार नए चेहरों पर दांव खेलने की तैयारी बना चुकी है। हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनावों पर पैनी नज़र बनाए हुए गृह मंत्री अमित शाह गुजरात मे तीन बार से चुनाव लड़ रहे नेताओं के भी टिकट काटने की तैयारी बना चुके हैं साथ ही जिन नेताओं को 10000 या उससे ज़्यादा वोटों से पराजय का सामना करना पड़ा था, उनके टिकट पर भी विचार किया जा रहा है अन्तत: उनका टिकट भी काट दिया जाएगा। साथ ही नेताओंं के रिश्तेदारों को टिकट देने के फैसले को भी मंजूरी नहीं मिली है।
आप सभी को याद होगा की पिछले गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान पाटीदार आंदोलन ने भाजपा की छवि खराब करने का काम किया था। पाटीदारों के पुरज़ोर विरोध के कारण ही भाजपा को 182 सीटों में से मात्र 99 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था, जिसका फायदा सीधे तौर पर कांग्रेस को मिला था। इस बार भाजपा ने नई रणनीति के तहत पाटीदार समुदाय के क़रीब 40 से अधिक नेताओं को टिकट देने का फैसला किया है।
पाटीदारों में सबसे अहम नाम पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हार्दिक पटेल का है. हार्दिक कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए हैं। भाजपा का यह दांव इस चुनाव में अहम भूमिका निभा सकता है, तथा भाजपा की जीत को बरकरार रखने मे सार्थक साबित होगा।
नई रणनीति के तहत टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा की इस रणनीति में महिलाओं को नज़रअंदाज़ नही किया गया है। इस विधानसभा चुनाव मे महिलाओं की भुमिका भी महत्वपूर्ण होगी। 182 विधानसभा सीटों वाले राज्य मे लगभग 30 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा। साथ ही मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल घटलोडिया से चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों की मानें तो इस चुनाव में 20 -25 मौजूदा विधायकों के टिकट कटेंगे।