नई दिल्ली: सियासी संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने आज गुरुवार (6 जुलाई) दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक में देश के कई हिस्सों से पार्टी के नेताओं के शामिल होने का अनुमान है। महाराष्ट्र में पार्टी के टूटने के बाद इस बैठक के जरिए शरद पवार NCP के नेताओं को एकजुट करने का प्रयास करेंगे।
बता दें कि NCP पर कब्जे के लिए पहले शक्ति परीक्षण में अजित पवार ने बढ़त हासिल की है। 2 जुलाई को पार्टी के टूटने के बाद कल बुधवार को दोनों गुटों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए अलग-अलग बैठकें की। वहीं अजित गुट की बैठक में NCP के करीब 53 में से 32 विधायक शामिल हुए थे। वहीं दूसरी तरफ शरद पवार गुट की बैठक में 16 विधायक, 3 विधान परिषद सदस्य और 4 सांसद शामिल हुए है। पार्टी और चुनाव चिह्न पर दावेदारी को लेकर दोनों गुट चुनाव आयोग पहुंचे हैं। अजित गुट ने 40 से अधिक विधायकों और सांसदों के समर्थन होने की बात अपने हलफनामे में की हैं।
मंत्री छगन भुजबल का कहना है कि विधान परिषद के कई सदस्यों ने भी पक्ष में हलफनामा दिया है। बांद्रा स्थित एमईटी इंस्टीट्यूट में हुई बैठक में कहा गया है कि कुछ विधायक शहर से बाहर होने के कारण नहीं पहुंच पाए थे। दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में हुई बैठक में शरद पवार ने अजित पवार को खूब खरी-खोटी सुनाई। उधर दूसरी तरफ अजित पवार ने कहा कि मैंने अब तक अपमान सहन किया है। अगर वह महाराष्ट्र का दौरा करेंगे, तो मैं भी करूंगा और माकूल जवाब दूंगा।