नई दिल्ली: रविवार को एनसीपी चीफ शरद पवार ने अजीत पवार को लेकर बड़ा बयान दिया है। जहां NCP में टूट की अटकलों के बीच उनके इस बयान के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं. दरअसल उनसे जब इन्हीं अटकलों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर कोई अलग होने की कोशिश करता है (NCP से अजीत पवार) तो ये उनकी रणनीति है. इसके अलावा उन्होंने एक बार फिर जेपीसी पर अपनी राय रखी और रविवार को फिर से दोहराया कि अडाणी मामले में जेपीसी जाँच की मांग करना ठीक फैसला नहीं है. बता दें, इसे लेकर शुरुआत से शरद पवार समर्थन में नहीं हैं.
एनसीपी में टूट की अटकलों के बीच रविवार को जब शरद पवार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यदि कोई अलग होने की कोशिश कर रहा है तो ये उसकी रणनीति है और वह ऐसा कर भी रहे होंगे. हमें अगर कोई स्टैंड लेना है तो हम कड़ा स्टैंड लेंगे लेकिन इस पर कुछ भी बोलना सही नहीं है क्योंकि इस बारे में हमने कोई चर्चा नहीं की है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि यदि कोई एनसीपी को तोड़ने का काम करता है तो करे हम हमारी भूमिका में जो लेना है लेंगे. बता दें, एनसीपी में टूट की अटकलें लगातार जारी हैं. इससे पहले पुणे के पुरंदर इलाके में शरद पवार ने कहा था कि मीडिया के दिमाग में जो भी चर्चा है वो हमारे दिमाग में नहीं है. उन्होंने इस सभी चर्चाओं के कोई महत्त्व ना होने की बात भी कही थी और कहा था कि पार्टी के सभी सहयोगी एक ही सोच के हैं किसी के मन में कोई अलग विचार नहीं है.
इस दौरान अडानी मामले में शरद पवार ने कहा कि, ‘JPC सॉल्यूशन नही है. उन्होंने कहा कि 21 लोगों की समिति में 15 लोग भाजपा के होंगे और 6 विपक्ष के और JPC का अध्यक्ष भी उनका होगा. ऐसे में JPC से बेहतर सुप्रीम कोर्ट की कमेटी होगी. लेकिन विपक्ष अगर JPC की मांग कर रहा है तो मैं उनका विरोध भी नहीं करूंगा साथ रहूंगा.’
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