नई दिल्ली, कुछ ही दिनों पहले हनुमान चालीसा विवाद में कोर्ट से जमानत पाने के बाद राणा दंपत्ति को एक बार फिर कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ सकते है. बताया जा रहा है कि कोर्ट की मनाही के बाद भी मीडिया से बात करने पर पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नवनीत और रवि राणा पर कोर्ट में अवमानना […]
नई दिल्ली, कुछ ही दिनों पहले हनुमान चालीसा विवाद में कोर्ट से जमानत पाने के बाद राणा दंपत्ति को एक बार फिर कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ सकते है. बताया जा रहा है कि कोर्ट की मनाही के बाद भी मीडिया से बात करने पर पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नवनीत और रवि राणा पर कोर्ट में अवमानना की याचिका दायर कर सकता है।
बता दें कि 23 अप्रैल को लोकसभा सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को मुंबई पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया था. इसके पीछे राणा दंपत्ति द्वारा महाराष्ट्र सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के निवास स्थान पर हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने की घोषणा थी. कोर्ट द्वारा राणा दंपत्ति को कुछ शर्तों पर ही रिहाई दी गयी थी. इन शर्तों में एक शर्त जेल से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत न करने की भी थी. लेकिन मनाही को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ करते हुए नवनीत राणा ने मीडिया से बातचीत की. मालूम हो, नवनीत राणा को रविवार, अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने मीडिया के कुछ चैनलों से बातचीत की है.
जेल से बाहर आने के नवनीत राणा अपनी मेडिकल जांच करवाने के लिए लीलावती अस्पताल पहुंची थी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में ही एडमिट कर लिया गया था. तीन दिनों तक उनका इलाज करने के बाद अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था. डिस्चार्ज होने के बाद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ही खुली चुनौती दे डाली थी. साथ ही अपनी और महाराष्ट्र सरकार के बीच की इस लड़ाई को भी जारी रखने का ऐलान कर दिया था।
गौरतलब है कि लोकसभा सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को 23 अप्रैल को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया था. राणा दंपति ने ऐलान किया था कि वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पढ़ेंगे. इसके बाद 5 मई को 13 दिन जेल में गुजारने के बाद उन्हें रिहाई मिली थी.
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