नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिलने वाले विवाद पर आज सफाई दी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार से इजाजत मिलने के बाद ही वह इमरान खान के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गए थे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुद उन्हें फोन कर इसकी जानकारी दी थी.
नई दिल्लीः कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर मचे बवाल के बाद आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी. सिद्धू ने कहा कि भारत सरकार से इजाजत मिलने के बाद ही वह इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गए थे.
नवजोत सिंह सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा, ‘मुझे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से दसियों बार निमंत्रण भेजा गया. जिसके बाद मैंने पाकिस्तान जाने के लिए भारत सरकार से इजाजत मांगी. मुझे इजाजत नहीं मिली. मैं इंतजार कर रहा था. दो दिन के बाद पाकिस्तान सरकार ने मुझे वीजा मुहैया करा दिया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जी ने रात में मुझे फोन किया और बताया कि मुझे पाकिस्तान जाने की इजाजत दे दी गई है.’
सिद्धू ने आगे कहा, ‘कांग्रेस के कई नेताओं यहां तक कि कैप्टन साहब (कैप्टन अमरिंदर सिंह) भी इस बारे में अपना स्टैंड साफ कर चुके हैं. यह लोकतंत्र है और हर किसी को अपने विचार रखने का हक है. पूर्व में भी भारत के कई बड़े नेताओं ने दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने की दिशा में अथक प्रयास किए हैं. दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी शांति का संदेश लेकर ‘दोस्ती बस’ लेकर लाहौर गए थे. जनरल परवेज मुशर्रफ को भारत आने का निमंत्रण दिया. पीएम मोदी ने अपने शपथ ग्रहण कार्यक्रम में नवाज शरीफ को बुलाया था. वह खुद (नरेंद्र मोदी) भी अचानक नवाज शरीफ के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लाहौर चले गए थे.’
बताते चलें कि नवजोत सिंह सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गए थे. वहां सिद्धू पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिले थे. जिसके बाद इस पूरे घटनाक्रम ने विवाद का रूप ले लिया. देश के कई राज्यों में सिद्धू के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. बजरंग दल के नेता ने सिद्धू का सिर काटने वाले को 5 लाख रुपये देने का ऐलान किया है तो बिहार के मुजफ्फरपुर में सिद्धू के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज हो गया है.