लखनऊ, उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के परिवार पर योगी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. रविवार को माफिया मुख्तार अंसारी के सांसद भाई अफजाल अंसारी की 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई थी और आज मुख्तार के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की तलाश में कई जगहों […]
लखनऊ, उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के परिवार पर योगी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. रविवार को माफिया मुख्तार अंसारी के सांसद भाई अफजाल अंसारी की 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई थी और आज मुख्तार के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की गई है. हालांकि, अब्बास अंसारी अभी भी फरार ही है.
लखनऊ पुलिस ने विधायक अब्बास अंसारी की तलाश में कई जगह पर छापेमारी की, दरअसल, अब्बास अंसारी के खिलाफ लखनऊ की एमपी एमएलए कोर्ट से गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्लू) जारी है. अब्बास अंसारी पर लाइसेंस के दुरुपयोग के मामले में महानगर थाने में अक्टूबर 2019 में एफआईआर दर्ज हुई थी, और इसी केस में फिलहाल अब्बास अंसारी फरार है.
गौरतलब है, राष्ट्रपति चुनाव में मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी ने वोट नहीं डाला था, क्योंकि अब्बास अंसारी के खिलाफ लखनऊ के एमपी एमएलए कोर्ट से वारंट जारी है. लखनऊ के महानगर थाने में इंस्पेक्टर एके सिंह की तरफ से 12 अक्टूबर 2019 को दर्ज करवाई गई एफआईआर में शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग का केस भी दर्ज हुआ था.
इस मामले में चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिस पर एमपी एमएलए कोर्ट ने सुनवाई की और अब्बास अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया. फिलहाल, अब्बास अंसारी को 27 जुलाई तक कोर्ट में पेश होने को कहा गया है. बता दें गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस को यह अधिकार मिल जाता है कि आरोपी कहीं मिले तो उसको पकड़ कर कोर्ट में पेश किया जाए. इससे पहले गाजीपुर पुलिस ने रविवार को मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाज़ीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी करीब 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली थी.