भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम रविवार को आ गए. नतीजों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली है. प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है. वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस बार महज 66 सीटों पर सिमट कर रह गई. […]
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम रविवार को आ गए. नतीजों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली है. प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है. वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस बार महज 66 सीटों पर सिमट कर रह गई. इस करारी हार के बाद अब कांग्रेस के अंदर मंथन का दौर शुरू हो गया है. इस बीच पूर्व सीएम और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कांग्रेस की हार के बाद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, पोस्टल बैलेट के ज़रिए हमें यानी कांग्रेस को 199 सीटों पर बढ़त है. जबकि इनमें से अधिकांश सीटों पर ईवीएम काउंटिंग में हमें मतदाताओं का पूर्ण विश्वास न मिल सका. यह भी कहा जा सकता है कि जब तंत्र जीतता है तो जनता (यानी लोक) हार जाती है. हमें गर्व है कि हमारे ज़मीनी कार्यकर्ताओं ने जी जान से कांग्रेस के लिए काम किया और लोकतंत्र के प्रति अपने विश्वास को पुख़्ता किया.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी एक अन्य पोस्ट में आगे लिखा, हमारे पास कुल 230 विधानसभा सीटों के आंकड़े हैं, पोस्टल बैलेट के जरिये कांग्रेस और बीजेपी को पड़े कुल वोटों की संख्या का विश्लेषण के लिए पेश है. राज्यसभा सांसद ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ये सोचने वाली बात ये है कि जब जनता वही है, तो वोटिंग पैटर्न इतना कैसे बदल गया?
गौरतलब है कि रविवार को मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आ गए. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने चुनावों में प्रचंड जीत हासिल की है. भाजपा को 166 विधानसभा सीटों पर विजय मिली है. वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को सिर्फ 63 सीटें मिली हैं. अन्य के खाते में एक सीट आयी है. मालूम हो कि मतदान के बाद एग्जिट पोल में कई न्यूज़ एजेंसियों ने इसी तरह के परिणाम आने की बात कही थी.
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