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मनसे-शिवसेना विवाद: मुंबई पुलिस ने मनसे नेताओं को दी सख्त चेतावनी, भेजा कानूनी नोटिस

मुंबई। लाउडस्पीकर का विवाद थमने का नहीं ले रहा है. जिस वजह से महाराष्ट्र सुर्खियों में अकसर छाया रहता है. ताजा जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस ने मनसे के नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा है. पुलिस ने धारा 139 के तहत मनसे के नेताओं को नोटिस जारी किया है. पुलिस ने इस बात को स्पष्ट […]

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मनसे-शिवसेना विवाद: मुंबई पुलिस ने मनसे नेताओं को दी सख्त चेतावनी, भेजा कानूनी नोटिस
  • May 3, 2022 2:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

मुंबई। लाउडस्पीकर का विवाद थमने का नहीं ले रहा है. जिस वजह से महाराष्ट्र सुर्खियों में अकसर छाया रहता है. ताजा जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस ने मनसे के नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा है. पुलिस ने धारा 139 के तहत मनसे के नेताओं को नोटिस जारी किया है. पुलिस ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि अगर मनसे द्दारा प्रदर्शन को नहीं रोका गया तो पुलिस उन पर अब कठोर कार्रवाई करने की जाएगी. यानि की अब मनसे के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है. 

बता दें कि लाउडस्पीकर मामले में ही राणा दंपत्ति जेल में बंद है. उन पर दंगा भड़काने के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने जो अल्टीमेट दिया था वह वापस ले लिया है. राज ठाकरे जल्द ही यूपी के सीएम योगी से भी मुलाकात करने वाले हैं.

राज ठाकरे पर शिवसेना ने दिया विवादित बयान

शिवसेना ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर विवादित बयान दिया है. शिवसेना ने मुखपत्र सामना में मनसे को ‘अंतरवस्त्र’ नाम दिए बिना संबोधित किया है. संपादकीय में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा गया है. सामना में लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी और उनकी अंडरवियर पार्टी ने महाराष्ट्र दिवस पर एक बैठक का आयोजन किया.

बीजेपी की बूस्टर डोज मीटिंग में देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर निशाना साधा तो संभाजी नगर में शरद पवार पर उनका अंडरवियर टूट गया. यह सब योजनाबद्ध तरीके से किया गया. ‘अंतरवस्त्र’ को बूस्टर डोज देने का काम मुंबई से ही चल रहा है.

फडणवीस ने बूस्टर डोज बैठक में दावा किया कि जब बाबरी ढांचा गिराया गया था तब वह वहां मौजूद थे. तो सीबीआई की चार्जशीट में फडणवीस का नाम क्यों नहीं है? क्या फडणवीस बाबरी ढांचे को ठिकाने लगाने के लिए “मिस्टर इंडिया” बनकर गए थे। इसकी गुपचुप तरीके से नए सिरे से जांच होनी चाहिए.

बता दें कि लाउडस्पीकर विवाद को लेकर राज ठाकरे और शिवसेना के बीच खींचतान चल रही है. 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए राज ठाकरे ने 1 मई को औरंगाबाद में रैली को संबोधित करते हुए प्रशासन और पुलिस को समय-सीमा दी.

 

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