MNS Chief Raj Thackeray In ED Office Live: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे कोहिनूर सीटीएनएल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी में आईएलएफएस के 450 करोड़ रुपये निवेश और कर्ज से जुड़ी अनियमियतताओं की जांच के सिलसिले में मुंबई स्थित प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ऑफिस पहुंच चुके है. इससे पहले गुरुवार सुबह मनसे नेता संदीप देशपांडे समेत कई एमएनएस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. वहीं एहतियातन मुंबई के 4 थानों में धारा 144 लागू कर दी गई है. पढ़ें हर अपडेट्स.
मुंबई. MNS Chief Raj Thackeray In ED Office: दिल्ली और मुंबई आज काफी गरम है. दिल्ली में जहां पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी. चिदंबरम सीबीआई के शिकंजे में हैं, वहीं मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की आज ईडी कोर्ट में पेशी हुई. कोहीनूर सीटीएनएल लोन मामले में पेश हुए राज ठाकरे के साथ ईडी के अधिकारियों ने करीब 9 घंटे तक पूछताछ की. राज ठाकरे का से साथ उनकी पत्नी शर्मीला, बेटे अमित और बहू के साथ मुंबई में ईडी दफ्तर पहुंचे थे.
दरअसल ईडी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनैंसियल सर्विस (आईएलएफएस) द्वारा कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी को दिए कर्ज और निवेश की जांच कर रही है. इस सिलसिले में राज ठाकरे के साथ ही महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना पार्टी नेता मनोहर जोशी के बेटे उन्मेश जोशी को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया गया था. वहीं मनसे ने राज ठाकरे को समन किए जाने को ईडी की बदले की कार्रवाई बताया है.
इस दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना रोकने के लिए मुंबई पुलिस की ओर से चार थानों में धारा 144 लागू की गई और विरोध प्रदर्शन कर रहे एमएनएल कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. मनसे प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ कार्रवाई से एमएनएस कार्यकर्ताओं में काफी गुस्सा है और वे सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने लगे हैं. यह मामला तुल पकड़ने लगा है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और हंगामा देखने को मिल सकता है.
क्या है मामला
बता दें कि राज ठाकरे की कंपनी ने आईएल एंड एफएस कंपनी में करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश किया था और साल 2008 में शेयर बेचकर ग्रुप से निकल गए थे. उन्मेष जोशी की कंपनी कोहिनूर सीटीएनएल पर आरोप है कि उसने अपने माध्यम से कोहिनूर मिल की जमीन खरीदी थी, जिसपर कोहिनूर स्क्वॉयर नाम की बहुमंजिला इमारत बनाई गई. साल 2005 में आईएलएंडएफएस और राज ठाकरे की मातोश्री कंस्ट्रक्शन के साथ मिलकर जोशी के बेटे ने एनटीपीसी की कोहिनूर मिल के लिए संयुक्त रूप से बोली लगाई थी और 4.8 एकड़ में फैली इस संपत्ति को 421 करोड़ रुपये में खरीदा था.