IAF Stikes POK Mirage 2000 Fighter Jet: पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को पीओके में मौजूद आतंकवादी कैंपों पर हमला बोला. भारत कीओर से हुए इस हमले में मिराज 2000 लड़ाकू विमान का उपयोग किया गया था. यहां जानिए मिराज 2000 लड़ाकू विमान की खासियतें.
नई दिल्ली. Mirage 2000 Fighter Plane. पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने मंगलवार को पाकिस्तान में मौजूद आतंकी कैंपों पर हमला बोल कर करारा जवाब दिया. भारतीय वायुसेना ने आज यानी कि 26 फरवरी की सुबह पाक अधिकृत कश्मीर में जैश के ठिकानों पर जमकर बमबारी की. इस हमले के दौरान कई आतंकी कैंप के नष्ट होने की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि भारतीय वायुसेना ने मिराज-2000 विमान के जरिए पीओके में मौजूद आतंकी कैंपों पर हमला बोला. भारतीय वायुसेना की ओर से 12 मिराज 2000 विमान के समूह ने जैश के कैंप पर 1000 किलग्राम के बम गिराए. यहां जानिए मिराज 2000 लड़ाकू विमान की खासियतें.
भारतीय वायुसेना में शामिल मिराज-2000 विमान फ्रांस की कंपनी डसाल्ट एविएशन द्वारा निर्मित है. मिराज-2000 चौथी जेनरेशन का मल्टीरोल, सिंगल इंजन लड़ाकू विमान है. बीते पांच दशक से मिराज 2000 दुनिया की अलग-अलग देशों की वायुसेना में शामिल है. बताते चले कि मिराज 2000 की पहली उड़ान साल 1970 में आयोजित की गई थी. भारत के साथ-साथ मिराज 2000 नौ अलग देशों की वायुसेना में भी शामिल है.
Sources: One of the targets destroyed by IAF Mirage jets was in Pakistan’s Khyber Pakhtunkhwa area pic.twitter.com/QJtWeTxOfk
— ANI (@ANI) February 26, 2019
मिराज 2000 विमान की लंबाई 47 फीट है. इसके खाली विमान का वजन 7500 किलो है. सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिराज-2000 13800 किलो गोला बारूद के साथ भी 2336 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से उड़ सकता है. मिराज-2000 प्रतिमिनट 125 राउंड गोलियां दागता है और 68 मिमी के 18 रॉकेट प्रति मिनट दागता है. मिराज-2000 एक साथ हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मार करने में सक्षम है.
मिराज 2000 लड़ाकू विमान को समय-समय पर उन्नत भी किया जा रहा है. ताकि वह समय के साथ अपने आप को अपग्रेड रख सके. मिराज 2000 को साल 1986 में औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था. जिसके बाद से वह अपनी सेवाएं दे रहा है. पीओके में भारतीय वायुसेना द्वारा आज हुए हमले में भी मिराज 2000 लड़ाकू विमान का उपयोग किया गया था. इस हमले में 200 से 300 आतंकवादियों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है.