नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली की 250 सीटों के लिए रविवार को नगर निगम चुनाव हो रहे हैं. इस चुनाव से दिल्ली की छोटी सरकार तय हो जाएगी. चुनाव के बीच सियासत भी गरमा गई है क्योंकि भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने वोटर लिस्ट से अपने समर्थकों के नाम गायब होने का आरोप लगाया […]
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली की 250 सीटों के लिए रविवार को नगर निगम चुनाव हो रहे हैं. इस चुनाव से दिल्ली की छोटी सरकार तय हो जाएगी. चुनाव के बीच सियासत भी गरमा गई है क्योंकि भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने वोटर लिस्ट से अपने समर्थकों के नाम गायब होने का आरोप लगाया है. इस संबंध में भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि हमारे करीब एक हजार समर्थकों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए हैं तो वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट से नदारद हैं, उन्होंने इसे एक साज़िश बताया है.
नगर निगम चुनाव के बीच भाजपा सांसद ने वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि नाम जोड़ने और काटने का काम दिल्ली सरकार का है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसी का दो जगह वोट है तो वह एक जगह से वोट कटवा सकता है इसके लिए सिर्फ वोटर ही अप्लाई कर सकता है लेकिन यहाँ तो वोटर की जानकारी के बिना ही उसका नाम लिस्ट से काट दिया गया है.
इसी कड़ी में अरविंद केजरीवाल के कट्टर ईमानदार सरकार को वोट देने की बात पर पलटवार करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल तो कट्टर बेईमानों औऱ भ्रष्टाचारियों के सरदार हैं. साथ ही कहा कि जिनके वोट काटे गए हैं, उनकी बात सुनी जानी चाहिए लेकिन उनकी बात सुनी नहीं जाती. ‘
गौरतलब है कि साल 2012 में दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान एमसीडी को तीन भागों उत्तर, दक्षिण और पूर्वी नगर निगमों में बांट दिया गया था। हालांकि इस बार फिर से दिल्ली में परिसीमन कर नगर निगमों को एकीकृत कर दिया गया है। जब नगर निगम तीन भागों में बंटा था, तब कुल सीटों की संख्या 272 हुआ करती थी, लेकिन अब इसे घटाकर 250 कर दिया गया है।
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