मायावती को PM बनाने की मांग, तीसरे मोर्चे में शामिल होने के लिए BSP ने रखी ये शर्त

लखनऊ. उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए समाजवादी पार्टी की ओर अखिलेश यादव का नाम आने के बाद बसपा ने भी पीएम कैंडिडेट के लिए मायावती का नाम उछाला है. इस संबंध में बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी ने बयान जारी कर कहा कि मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए […]

Advertisement
मायावती को PM बनाने की मांग, तीसरे मोर्चे में शामिल होने के लिए BSP ने रखी ये शर्त

Aanchal Pandey

  • September 29, 2022 8:38 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ. उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए समाजवादी पार्टी की ओर अखिलेश यादव का नाम आने के बाद बसपा ने भी पीएम कैंडिडेट के लिए मायावती का नाम उछाला है. इस संबंध में बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी ने बयान जारी कर कहा कि मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए तो बसपा तीसरे मोर्चे में शामिल होने के लिए पूरी तरह तैयार है.

मायावती के कद का दूसरा नेता नहीं

मायावती के पीएम उम्मीदवारी पर बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी का कहना है कि मायावती के कद का कोई दूसरा नेता नहीं है. धर्मवीर ने कहा कि कुछ शर्तों के साथ बसपा तीसरे मोर्चे में शामिल हो सकती है. उन्होंने कहा कि वैसे भी केंद्र में सरकार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश का बहुत अहम योगदान है. उन्होंने कहा कि बसपा का प्रभाव बड़े वर्ग पर है, जबकि कांग्रेस का आज के समय में कोई अस्तित्व नहीं रह गया है.

इससे पहले सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा था कि देश में गैर भाजपा सरकार बने इसके लिए अखिलेश को प्रधानमंत्री पद का उम्मदीवार बनना चाहिए. हम ऐसा नहीं सोचते कि वो उस पद पर पहुंचे लेकिन हम यह सपना जरूर देखते हैं कि किसी तरह भाजपा सरकार सत्ता से बेदखल हो जाए. हाल में सपा सांसद हसन ने अखिलेश को पीएम पद के लिए उपयुक्त दावेदार बताया था, वहीं, रविदास मेहरोत्रा के अलावा पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने भी यही बात कही थी.

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का नाम 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पीएम उम्मीदवार के लिए आ रहा है. गुरुवार को अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए जो कहा उससे तो यही संकेत नजर आ रहा हैं।अखिलेश यादव ने दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान एक बार फिर मायावती पर निजी हमला नहीं बोला और न बसपा को लेकर कोई टिप्पणी की।अखिलेश यादव लोहियावादियों और आंबेडकरवादियों को साथ लेकर चलने की बात कही।अंबेडकरवादियों को साथ लेकर चलने की बात को मायावती साथ एक बार फिर से गठबंधन के संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है।

पाकिस्तान: शाहबाज-इमरान का ऑडियो लीक, अब आर्मी चीफ बाजवा का टेप आएगा सामने?

Advertisement