Mayawati BSP Alliance With BJP: बसपा सुप्रीमो के पूर्व सहयोगी और अब कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम 23 मई को आने के बाद मायावती भाजपा से हाथ मिलाएंगी. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि राजनीति में कुछ भी नामुमकिन नहीं होता. मैं उन्हें 33 साल से जानता हूं. जितना वो खुद को जानती हैं उससे ज्यादा मैं उन्हें जानता हूं.
बलिया. कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी जो पिछले साल तक बहुजन समाज पार्टी, बसपा के साथ जुड़े थे उन्होंने बुधवार को दावा किया है कि बसपा सुप्रीमो मायावती लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम घोषित होने के बाद इतने दबाव में होंगी की वो भाजपा के साथ हाथ मिला लेंगी. सिद्दीकी ने कहा कि एक बार मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिला लिया तो समाजवादी पार्टी के पास कोई भी विकल्प नहीं मिलेगा बजाय इसके की देश और उत्तर प्रदेश के हित में वो कांग्रेस के साथ आएं.
पिछले साल मायावती के खिलाफ जाने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था. उन्होंने मीडिया से बता करते हुए कहा, बसपा सुप्रीमो मायावती ने पहले भी भाजपा के साथ हाथ मिलाया है. 23 मई के बाद लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होते ही मायावती पर बहुत दबाव रहेगा. इस दबाव में वो भाजपा के साथ हाथ मिला लेंगी. कांग्रेस नेता नीसमुद्दीन ने कहा, राजनीति में कुछ भी नामुमकिन नहीं होता है. मैं उन्हें (मायावती को) 33 साल से जानता हूं. मैं उन्हें इतना जानता हूं जितना वो खुद को नहीं जानतीं.
मायावती सरकार में मंत्री रह चुके नसीमुद्दीन ने कहा वो मायावती की अब भी बहुत इज्जत करते हैं. लेकिन अब उनके बसपा में वापस जाने की किसी तरह की कोई संभावना नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस में हैं और मृत्यु के समय तक कांग्रेस में ही रहेंगे. उन्होंने दावा किया कि इस साल लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी और राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे. सिद्दीका ने कहा कि देश के अधिकांश लोग मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते.
बसपा सुप्रीमो, मायावती के प्रधानमंत्री बनने की संभावना पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि अभी तक किसी के द्वारा इस बारे में ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की गई है. उन्होंने कहा, अभी तक महागठबंधन के हिस्सेदार पार्टी समाजवादी पार्टी और आरएलडी ने भी इस बारे में कुछ नहीं कहा है. अखिलेश यादव ने केवल इतना ही कहा है कि अगला प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से होगा. ऐसे में मायावती के प्रधानमंत्री बनने का सवाल कहां से है?