Masood Azhar UN Global Terrorist: पुलवामा हमले के दोषी जैश-ए-मोहम्मद पर संयुक्त राष्ट्र ( UN) द्वारा कड़ी कार्रवाई का रास्ता साफ हो रहा है. भारत द्वारा मसूद अजहर को यूएन की ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में डालने और कड़े प्रतिबंध लगाने से जुड़ी अपील को फ्रांस ने समर्थन दिया है. इससे पहले ब्रिटेन और अमेरिका ने भी भारत की अपील का समर्थन किया था.
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के गुनहगार पाकिस्तानी आतंकी मसूज अजहर पर अब संयुक्त राष्ट्र द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. दरअसल, पुलवामा हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी और मसूज अजहर इस संगठन का आका है. पुलवामा हमले में 45 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के बाद भारत ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) से अपील की थी कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी (ग्लोबल टेररिस्ट) घोषित करे और उसपर प्रतिबंध लगाए.
भारत की इस अपील को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 3 स्थायी देशों का समर्थन मिल गया है. मंगलवार की शाम फ्रांस सरकार ने भी घोषणा की कि वह मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में डालने के लिए संयुक्त राष्ट्र को प्रस्ताव सौंपेगा. इससे पहले ब्रिटेन और अमेरिका ने भी भारत को मदद देने का ऐलान किया था. अब ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव सौपेंगे, जिसमें मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में डालने की मांग की जाएगी.
मालूम हो कि पुलवामा हमले के बाद जैसे ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक और अहम सदस्य चीन से मसूद अजहर को बैन करने के लिए समर्थन मांगा, चीन ने साफ इनकार कर दिया. इससे पहले भी चीन कई मौकों पर पाकिस्तान का समर्थन करता दिखा है. हालांकि, पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनातनी को लेकर चीन द्वारा पाकिस्तान को समर्थन या भारत को नसीहत देने से जुड़ी खबरें नहीं आई हैं, जैसा कि पहले होता रहा है. दरअसल, पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा है.