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चरणजीत सिंह चन्नी के ‘अमृतपाल सिंह की रिहाई’ वाले बयान से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला, बताया- निजी राय

नई दिल्ली: अमृतपाल सिंह का नाम लिए बगैर लोकसभा में उन पर दिए गए पूर्व सीएम और सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बयान से पार्टी के कई सांसद ना खुश हैं. ना खुश सांसदों में पंजाब के भी लोकसभा सदस्य शामिल हैं. पक्ष-विपक्ष के सांसदों के नाराजगी के कारण अब कांग्रेस के महासचिव जयराम नरेश […]

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charanjeet singh channi
  • July 25, 2024 10:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

नई दिल्ली: अमृतपाल सिंह का नाम लिए बगैर लोकसभा में उन पर दिए गए पूर्व सीएम और सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बयान से पार्टी के कई सांसद ना खुश हैं. ना खुश सांसदों में पंजाब के भी लोकसभा सदस्य शामिल हैं. पक्ष-विपक्ष के सांसदों के नाराजगी के कारण अब कांग्रेस के महासचिव जयराम नरेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट किया, और चन्नी द्वारा दिए गए बयान को उनका व्यक्तिगत बयान बताया.

कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला

विरोध होने के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने लिखा,”अमृतपाल सिंह पर सांसद चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा व्यक्त किए गए विचार उनके अपने हैं और किसी भी तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राय को नहीं दर्शाते हैं.”

चन्नी के बयान से पार्टी सांसद थे नाराज

चरणजीत सिंह चन्नी के खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की रिहाई को लेकर दिए गए बयान के बाद तमाम सांसद अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं लेकिन ना खुश सांसदों ने पार्टी अनुशासन के कारण अभी तक खुलकर मीडिया के सामने कुछ नहीं कहा है. सांसदों का मानना है कि, देश और पंजाब में कांग्रेस आतंकवाद से लड़ी है. पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं-नेताओं ने अपने परिजनों को खोया है. ऐसे में इस तरह के बयान कांग्रेस की तरफ से नहीं आना चाहिए , एक ख़राब संदेश जनता के बीच जाएगा.

क्या बोले थे चन्नी? जिससे हो गया बवाल

चरणजीत सिंह जब बोलने के लिए लोकसभा में खड़े हुए तो उन्होंने अमृतपाल की रिहाई के संबंध में कहा,”वे (सत्ता पक्ष) हर दिन आपातकाल के बारे में बोलते हैं. लेकिन आज देश में अघोषित आपातकाल के बारे में क्या?… यह भी एक आपातकाल है कि पंजाब में 20 लाख लोगों द्वारा सांसद के रूप में चुने गए व्यक्ति (अमृतपाल सिंह) को एनएसए के तहत सलाखों के पीछे डाल दिया गया है. वह यहां (लोकसभा में) अपने लोकसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को रखने में असमर्थ हैं। यह भी एक आपातकाल है.”

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