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Manohar Parrikar Son Utpal Parrikar Against BJP: मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- पिता की मौत के बाद भाजपा में विश्वास और कमिटमेंट की कोई वैल्यू नहीं

Manohar Parrikar Son Utpal Parrikar Against BJP: मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर बीजेपी से नाराज चल रहे हैं. उन्होंने भाजपा के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उनके पिता मनोहर पर्रिकर की मौत के बाद पार्टी अलग राह पर चल रही है. भाजपा में विश्वास जैसे शब्द खत्म हो गए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि राजनीति में पर्रिकर ने जो विश्वास की राह शुरू की थी वो 17 मार्च को खत्म हो गई. उन्होंने ये बयान गोवा में आए राजनीतिक संकट के बाद दिया है. दरअसल गोवा कांग्रेस के 10 विधायक बुधवार को इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए हैं.

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Manohar Parrikar Son Utpal Parrikar Against BJP
  • July 11, 2019 12:23 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

पणजी. कर्नाटक और गोवा में कांग्रेस एक बड़ी परेशानी से घिरी हुई है. दोनों राज्यों में कांग्रेस उखड़ने की कगार पर है. कर्नाटक में एक ओर सरकार की पूरी कैबिनेट इस्तीफा दे चुकी है वहीं कई विधायकों ने भी अपना इस्तीफा दिया है. इसी के बीच गोवा में भी बुधवार को कांग्रेस के 10 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए. इस पर गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने भी अपना बयान दिया है. बुधवार देर रात तक के घटनाक्रमों (विधायकों के इस्तीफे) पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्पल पर्रिकर ने कहा कि पर्रिकर के नेतृत्व वाली भाजपा जिस राह पर चल पड़ी थी वो 17 मार्च को पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की मृत्यु के साथ समाप्त हुआ.

उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह पार्टी के प्रतिबद्ध कैडर के बीच विश्वास के दर्शन को फिर से स्थापित करने में मदद करने के लिए नेतृत्व करने को तैयार थे. पर्रिकर ने अपनी राजनीति में जो विश्वास का रास्ता स्थापित किया, वह 17 मार्च को समाप्त हो गया. बता दें कि मई विधानसभा उपचुनाव के दौरान 17 मार्च को पर्रिकर की मृत्यु के बाद उत्पल को पहली बार पणजी की अपने पिता की सीट का प्रतिनिधित्व करने के लिए जानकारी दी गई थी, लेकिन अचानक पार्टी ने सिद्धार्थ कुंकालीनकर के पक्ष में फैसला लिया. उत्पल पर्रिकर ने यह भी कहा कि केवल समय ही बताएगा कि क्या प्रतिबद्ध भाजपा कार्यकर्ता अन्य दलों के सांसदों के रुझान को भाजपा में शामिल होना स्वीकार करेंगे.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिर से स्थापित होने और विश्वास के मार्ग पर चलने का नेतृत्व करेंगे, तो इस पर उन्होंने कहा, उनके पिता की राजनीति की पहचान थी. मैं इसे करने के लिए तैयार हूं. कुछ नतीजे होंगे, लेकिन मैं उनका सामना करने को तैयार हूं. बता दें कि अभी गोवा विधानसभा में कांग्रेस के 15 विधायक थे जिनमें से 10 विधायक बुधवार को इस्तीफे की जानकारी अध्यक्ष को देने के बाद भाजपा से जुड़ गए हैं.

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