गुजरात के शिक्षा मंत्री के क्षेत्र पहुंचे मनीष सिसोदिया, बीजेपी को लिया आड़े हाथ

गुजरात। पंजाब में जबरदस्त जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी गुजरात में अब अपनी जड़े जमाना चाहती है.आज दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया गुजरात दौरे पर हैं.बता दें कि सोमवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी के क्षेत्र में पहुंचे. इस दौरान मनीष सिसोदिया ने भावनानगर […]

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गुजरात के शिक्षा मंत्री के क्षेत्र पहुंचे मनीष सिसोदिया, बीजेपी को लिया आड़े हाथ

Pravesh Chouhan

  • April 11, 2022 3:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

गुजरात। पंजाब में जबरदस्त जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी गुजरात में अब अपनी जड़े जमाना चाहती है.आज दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया गुजरात दौरे पर हैं.बता दें कि सोमवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी के क्षेत्र में पहुंचे. इस दौरान मनीष सिसोदिया ने भावनानगर पहुंच स्कूल का दौरा किया.

दीवारें टूटी हुई है-सिसोदिया

गुजरात के शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में बने स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड देखने के बाद सिसोदिया ने कहा कि यह एक तरह का मजाक है. आगे कहा कि यहां की दीवारें टूटी हुई है और मेरे आने से पहले यहां कि साफ सफाई करने की कोशिश की गई. मगर फिर भी हो नहीं पाया है. शिक्षा मंत्री के स्कूल में खुले में मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा है. कमरे में नहीं बल्कि खुले में भी कक्षाएं चल रही हैं. बच्चों के बैठने के लिए फर्श नहीं है. चार स्मार्ट बोर्ड टांगकर कह रहे हैं कि हमारी शिक्षा व्यवस्था ऐसी हो गई है, यह एक तरह का मजाक है.

गुजरात दौरे की ये मुख्य वजह

दरअसल, इन दिनों आम आदमी पार्टी गुजरात सरकार को शिक्षा के मॉडल और स्कूल की हालत पर घेरने की कोशिश कर रही है. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि आप सरकार हर जगह दिल्ली के शिक्षा मॉडल को सामने रखती है और उसकी जमकर तारीफ करती है. सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली के स्कूलों की हालत सुधारने का श्रेय भी शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को देते रहते हैं. अब सिसोदिया गुजरात के शिक्षा मॉडल पर निशाना साध रहे हैं.

दौरे से पहले सिसोदिया ने कही थी ये बातें

गुजरात दौरे से पहले मनीष सिसोदिया ने कहा था, ‘मैं आज गुजरात जा रहा हूं, यह देखने के लिए कि बीजेपी ने 27 साल के शासन में गुजरात में सरकारी स्कूलों का निर्माण कैसे किया. अगर अरविंद केजरीवाल सिर्फ 5 साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदल सकते हैं तो बीजेपी को गुजरात में 27 साल हो गए हैं. मगर सुधार नही किया गया है.

 

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