मैनपुरी. उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. मैनपुरी से समादजवादी प्रत्याशी और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ये चुनाव जीती हैं. डिंपल यादव ने भाजपा के रघुराज शाक्य को 288461 वोटों से हराया है. इस सीट पर पहले से ही डिंपल यादव की जीत तय मानी जा रही थी, लेकिन डिंपल यादव यहाँ से […]
मैनपुरी. उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. मैनपुरी से समादजवादी प्रत्याशी और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ये चुनाव जीती हैं. डिंपल यादव ने भाजपा के रघुराज शाक्य को 288461 वोटों से हराया है. इस सीट पर पहले से ही डिंपल यादव की जीत तय मानी जा रही थी, लेकिन डिंपल यादव यहाँ से इतनी बंपर जीत हासिल करेंगी इस बात को लेकर थोड़ा संशय था. जीत के बाद अब डिंपल यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा है- ये जीत नेताजी की जीत है!
मैनपुरी लोकसभा सीट पर 21वीं बार चुनाव हो रहा हैं। पहली बार लोकसभा चुनाव मैनपुरी में साल 1952 में हुआ था। यहां पहली बार बादशाह गुप्ता सांसद चुने गए थे। साल 1957 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से बंशीधर धनगर ने जीत हासिल की थी। वहीं अंत में यहां से कांग्रेस के बलराम सिंह यादव साल 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनाव में जीत हासिल की थी।उसके बाद इस सीट पर समाजवादियों का ही कब्ज़ा रहा है। 1989 में इस सीट से जनता दल से उदय प्रताप सिंह ने चुनाव में जीत हासिल की थी।
साल 1996
मुलायम सिंह यादव सपा- 273303
भगवतदास शाक्य बसपा- 102785
साल 1998
बलराम सिंह यादव सपा- 264734
हरीराम शाक्य बसपा- 73680 तीसरा स्थान
साल 1999
बलराम सिंह यादव सपा- 244113
बालकदास शाक्य बसपा- 75107 तीसरा स्थान
साल 2004
मुलायम सिंह सपा – 460470
अशोक शाक्य बसपा – 122600 दूसरा स्थान
साल 2004 उपचुनाव
धर्मेंद्र यादव सपा- 348999
अशोक शाक्य बसपा- 169286 दूसरा स्थान
सुमन चौहान-11391
साल 2004
मुलायम सिंह सपा- 460470
अशोक शाक्य बसपा- 122600 दूसरा स्थान
साल 2009
मुलायम सिंह सपा- 392308
विनय शाक्य बसपा- 219239 दूसरा स्थान
तृप्ति शाक्य भाजपा- 56265 तीसरा स्थान
साल 2014 उपचुनाव
तेजप्रताप सपा- 653786
प्रेम सिंह शाक्य भाजपा- 332537 दूसरा स्थान
साल 2014
मुलायम सिंह यादव सपा – 595918
डॉ. संघमित्र मौया- बसपा- 142833 तीसरा स्थान
राजेश्वरी देवी-र्निलीय 1746
साल 2019
मुलायम सिंह यादव सपा – 524926
प्रेम सिंह शाक्य भाजपा- 430537 दूसरा स्थान
साल 1996 के चुनावों में सपा प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव को कुल 273303 वोट मिले थे। जबकि जीत का अंतर 51958 रहा था। ऐसे ही साल 1998 में ये अंतर 10366, साल 1999 में 28026, साल 2004 में 337870, साल 2009 में 173069, साल 2014 में 364666, साल 2014 में 321249, साल 2019 में 94389 रहा. देखा जाए तो समय के साथ ये अंतर काफी घट गया है. जिसका सीधा अर्थ है जनता का भाजपा के प्रति झुकाव।
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