मुंबई, महाराष्ट्र में शिवसेना पर कब्जे की तैयारी में लगे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अब तक चुनाव आयोग को इससे जुड़े जरूरी दस्तावेज नहीं सौंपे हैं, वहीं उद्धव ठाकरे को भी चुनाव आयोग को कुछ अहम दस्तावेज़ देने थे, लेकिन वहां से भी कोई कागज नहीं आया है. आज दोपहर एक बजे तक दोनों खेमों […]
मुंबई, महाराष्ट्र में शिवसेना पर कब्जे की तैयारी में लगे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अब तक चुनाव आयोग को इससे जुड़े जरूरी दस्तावेज नहीं सौंपे हैं, वहीं उद्धव ठाकरे को भी चुनाव आयोग को कुछ अहम दस्तावेज़ देने थे, लेकिन वहां से भी कोई कागज नहीं आया है. आज दोपहर एक बजे तक दोनों खेमों को अपने-अपने दस्तावेज देने थे, लेकिन दोनों में से किसी ने भी दस्तावेज़ नहीं दिए हैं.
अब जब डेडलाइन निकल चुकी है, ऐसे में चुनाव आयोग का अगला कदम क्या रहता है, इस पर सभी की नज़र टिकी हुई है. साथ ही सवाल ये भी उठ रहे हैं कि जब दोनों खेमे लगातार शिवसेना पर अपना दावा ठोक रहे हैं, जब लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, फिर दस्तावेज देने में देरी क्यों? अभी तक ना शिंदे खेमे ने इस देरी पर कोई प्रतिक्रिया दी है और ना ही उद्धव खेमे की तरफ से इस संबंध में कोई बयान आया है.
जानकारी के लिए बता दें कि आज सोमवार तक दोनों उद्धव खेमे और शिंदे खेमे को अपने दावों को पुख्ता करने के लिए चुनाव आयोग को कुछ दस्तावेज सौंपने थे. इन दस्तावेजों में आंतरिक चुनावों का इतिहास, नेताओं को मिली जिम्मेदारी जैसे अन्य पहलू शामिल थे. इसके अलावा पार्टी का क्या संविधान रहा है, इस पर भी विस्तृत रिपोर्ट चुनाव आयोग को देनी थी. लेकिन किसी भी खेमे की तरफ से कोई जवाब या दस्तावेज नहीं आया है, आज अगर वो दस्तावेज आ जाते तो चुनाव आयोग इस मामले में आगे की सुनवाई कर सकता था. लेकिन दोनों में से किसी ने भी दस्तावेज़ नहीं दिए हैं. ऐसे में चुनाव आयोग का अगला कदम क्या रहता है, इस पर सभी की नज़र टिकी हुई है.
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