मुंबई, महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही राज्य में नए युग का आगाज़ हो गया है, उन्होंने सीएम बनते ही अपने ट्विटर अकाउंट की तस्वीर बदल दी है. ट्विटर पर नई प्रोफाइल पिक्चर में वो बाला साहेब के चरणों में बैठे नज़र आ रहे हैं, इस नई तस्वीर के साथ […]
मुंबई, महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही राज्य में नए युग का आगाज़ हो गया है, उन्होंने सीएम बनते ही अपने ट्विटर अकाउंट की तस्वीर बदल दी है. ट्विटर पर नई प्रोफाइल पिक्चर में वो बाला साहेब के चरणों में बैठे नज़र आ रहे हैं, इस नई तस्वीर के साथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को संदेश दिया है कि वो बाला साहेब की विरासत को आगे लेकर जाएंगे. अब भविष्य में यह देखना दिलचस्प होगा कि उद्धव ठाकरे की विरासत उनसे छिनती है या नहीं ?
महाराष्ट्र में 9 फरवरी 1964 को जन्मे एकनाथ शिंदे सतारा जिले से आते हैं और मराठी समुदाय से हैं. एकनाथ शिंदे ने 11वीं कक्षा तक ठाणे में ही पढ़ाई की और फिर वागले इस्टेट इलाके में रहकर ऑटो रिक्शा चलाने लगे. ऑटो रिक्शा चलाते-चलाते एकनाथ शिंदे अस्सी के दशक में शिवसेना से जुड़े गए और पार्टी के एक आम कार्यकर्ता के तौर पर अपना सियासी सफर शुरू किया.
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से सटे ठाणे जिले के सबसे प्रभावशाली नेताओं में एकनाथ शिंदे की गिनती की जाती है. लोकसभा का चुनाव हो या नगर निकाय का, ठाणे में जीत के लिए एकनाथ शिंदे का साथ बहुत अहम माना जाता है. हालांकि, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में एक जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर काम किया और ठाणे के प्रभावशाली नेता आनंद दीघे की उंगली पकड़कर आगे बढ़े.
एकनाथ शिंदे 1997 में ठाणे महानगर पालिका से पार्षद चुने गए और 2001 में नगर निगम सदन में विपक्ष के नेता बने, इसके बाद दोबारा साल 2002 में दूसरी बार वे निगम पार्षद बने. इसके अलावा तीन साल तक पावरफुल स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य रहे. हालांकि, दूसरी बार पार्षद चुने जाने के दो साल बाद ही शिंदे विधायक बन गए, लेकिन शिवसेना में साल 2000 के बाद ही सियासी बुलंदियां छुईं.
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