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महाराष्ट्र: असदुद्दीन ओवैसी का उद्धव ठाकरे पर तंज, कहा- हिंदुत्व छोड़ना भी नहीं चाहते और महागठबंधन की बात भी करते हैं’

मुंबई। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज मुंबई में उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे हिंदुत्व को छोड़ना भी नहीं चाहते हैं और महागठबंधन की बात भी करते हैं। इस तरह से वह कैसे भाजपा को हराएंगे। […]

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महाराष्ट्र: असदुद्दीन ओवैसी का उद्धव ठाकरे पर तंज, कहा- हिंदुत्व छोड़ना भी नहीं चाहते और महागठबंधन की बात भी करते हैं’
  • February 26, 2023 6:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज मुंबई में उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे हिंदुत्व को छोड़ना भी नहीं चाहते हैं और महागठबंधन की बात भी करते हैं। इस तरह से वह कैसे भाजपा को हराएंगे। ओवैसी ने कहा कि देवेंद्र् फडणवीस और अजित पवार के बीच तीन तलाक हुआ था या क्या हुआ था, ये वही दोनों बता सकते हैं।

मुसलमान नेता नहीं बन सकते क्या?

असुदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जब महाराष्ट्र में पवार, सुले, फडणवीस, शिंदे और ठाकरे नेता बन सकते हैं तो क्या राज्य के मुसलमान नेता नहीं बन सकते हैं? उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन पार्टी ने संघ परिवार से बात करने, मुसलमानों/दलितों के खिलाफ हिंसा की निंदा करने और हिंदू राष्ट्र का विरोध करने समेत कई राष्ट्रीय मुद्दों पर महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पास किया है। औवेसी ने कहा कि पार्टी को कैसे मजबूत करना है, इस बारे में भी विस्तृत चर्चा हुई है।

असुदुद्दीन औवेसी ने और क्या कहा?

एआईएमआईएम प्रमुख ने आगे कहा कि अब हम पूरे देश में अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे। कर्नाटक, राजस्थान में हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि देश में लगातार हिंदू राष्ट्र की बात की जा रही है। हिंदू राष्ट्र की बात करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? हिंदुस्तान का कोई धर्म नहीं है। हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले लोग क्या ये नहीं जानते कि ये एक सेक्युलर देश है।

अधिवेशन में ये प्रस्ताव पास किए गए

ओवैसी ने बताया कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अधिवेशन में मुसलमानों और दलितों के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुए प्रस्ताव पास किया गया। इसके साथ ही पिछड़े मुसलमानों के लिए आरक्षण की मांग का भी एक प्रस्ताव पास किया गया। साथ ही समान नागरिक संहिता और लव जिहाद कानून के विरोध में प्रस्ताव पास किया गया। अधिवेशन में सीमा पर चीनी घुसपैठ की निंदा करते हुए इस मामले पर लोकसभा की गुप्त बैठक की मांग करते हुए प्रस्ताव पास किया गया।

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