Lok Sabha election 2019 Mayawati: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने बताया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी और गठबंधन यानी समाजवादी पार्टी (एसपी), राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के लिए चुनाव प्रचार करेंगी. मायावती कभी अपने कट्टर विरोधी रहे मुलायम सिंह यादव के लिए 25 साल बाद मैनपुरी में चुनाव प्रचार भी करेंगी.
लखनऊः लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने बताया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी और समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दर समेत यूपी में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हुए गठबंधन के लिए देशभर में चुनाव प्रचार करेंगी. मायावती ने कहा है कि वह लोकसभा चुनाव में समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव और आरएलडी नेता चौधरी अजीत सिंह के साथ चुनावी रैली करेंगी.
हाल ही में बीएसपी के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई, जिसमें मायावती ने बताया था कि वह इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हैं. इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि बीएसपी सुप्रीमो आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और मार्गदर्शक की भूमिका में भी होंगी. लेकिन अब साफ हो गया है कि वह लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगी.
मालूम हो कि बसपा चीफ समाजवादी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार के दौरान अपने चिर प्रतिद्वंदी रहे मुलायम सिंह यादव के गढ़ मैनपुरी में भी उनके समर्थन में रैली करेंगी. ऐसे में लंबे अर्से बाद मायावती और मुलायम सिंह यादव के एक मंच पर साथ दिखने की संभावना है. यूपी में सपा-बसपा और रालोद के गठबंधन से बीजेपी के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं. हालांकि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस बात से इनकार कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, बसपा सुप्रीमो लोकसभा चुनाव प्रचार में यूपी में करीब 40 रैलियां करने वाली हैं. माना जा रहा है कि वह महाराष्ट्र के नागपुर से चुनावी रैली की शुरुआत करेंगी. वहीं यूपी में देवबंद में मायावती आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पहली रैली करेंगी. इस दौरान उनके साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख अजीत सिंह भी होंगे.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा-रालोद के गठबंधन से इन तीनों की स्थिति मजबूत हुई है जिसके आगामी लोकसभा चुनाव में सकारात्मक परिणाम देखे जाने की संभावना जताई जा रही है. इस गठबंधन में कांग्रेस के भी शामिल होने की संभावना थी, लेकिन इन लोगों में बात नहीं बनीं. बीते दिनों कांग्रेस के ईस्ट यूपी के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साफ-साफ कहा कि कांग्रेस यूपी में महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी.