उत्तर प्रदेश. लखीमपुर खीरी हिंसा ( Lakhimpuri Kheri Violence ) का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, इस मामले में विपक्ष की एकजुटता देखने को मिल रही है. इस हिंसा में जिन 4 किसानों की मौत हुई है, उनके परिवार अब अंतिम संस्कार से मना कर रहे हैं. उनका कहना है कि […]
उत्तर प्रदेश. लखीमपुर खीरी हिंसा ( Lakhimpuri Kheri Violence ) का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, इस मामले में विपक्ष की एकजुटता देखने को मिल रही है. इस हिंसा में जिन 4 किसानों की मौत हुई है, उनके परिवार अब अंतिम संस्कार से मना कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक उन्हें पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट नहीं दी जाएगी तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के पीड़ितों में से एक 19 वर्षीय किसान लवप्रीत सिंह भी शामिल था, उनका परिवार अब उनके अंतिम संस्कार से इनकार कर रहा है. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के गृह राज्य मंत्री के बेटे के काफिले ने किसानो को कुचल दिया था. जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
इस मामले पर लवप्रीत के पिता ने कहा, “मेरे बेटे को एक कार के नीचे कुचल दिया गया था. उन्होंने जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. प्रशासन इसे छिपाने की कोशिश कर रहा है.” लवप्रीत के पिता ने आगे कहा, “जब वे उसे अस्पताल ले गए, तो उसने फोन किया, मैंने कहा ‘बेटा, आप कैसे हैं’. उसने कहा ‘पापा, मैं ठीक हूं. कृपया जल्दी आओ’. मैंने कहा कि हम अपने रास्ते पर हैं, लेकिन जब हम लखीमपुर खीरी पहुंचे तो उसकी मृत्यु हो गई थी.”