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राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को वोट करने वाले राजा भैया अब बनाएंगे अपनी पार्टी, बढ़ेगा PM नरेंद्र मोदी और अमित शाह का सिरदर्द

उत्तर प्रदेश के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया जल्द ही अपनी नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं. अखिलेश, मुलायम और कल्याण सिंह के राज में मंत्री रहे राजा भैया योगी राज में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. माना जा रहा है कि उनके इस कदम से बीजेपी की टेंशन बढ़ेगी.

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raja bhaiya may announce his political party
  • October 5, 2018 10:19 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

लखनऊ. राज्यसभा चुनाव के वक्त अखिलेश यादव की सपा समर्थित बीएसपी उम्मीदवार के बजाय बीजेपी समर्थित उम्मीदवार को वोट करने वाले कुंडा के निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया अपनी पार्टी बनाने जा रहे हैं. रघुराज प्रताप सिंह के इस कदम से माना जा रहा है कि वे बीजेपी को नुकसान पहुंचाने का काम करेंगे. 1993 से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीतते आ रहे कुंडा विधायक राजा भैया एससी/एसटी एक्ट पर बीजेपी से नाराज अगड़ों को अपने पक्ष में करने की मुहिम में जुटे हैं.

एससी/एसटी एक्ट पर बिल लाकर पुरानी स्थिति में बहाल करने के चलते सवर्ण बीजेपी से खासी संख्या में नाराज चल रहे हैं. कई जगहों पर इलेक्शन के बहिष्कार के पोस्टर लगाए गए हैं. सवर्णों का भारत बंद हो चुका है. इस बीच राजा भैया सवर्णों को अपनी तरफ करने में जुटे हैं. कल्याण सिंह और समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे राजा भैया अब बीजेपी के खिलाफ भी मोर्चा खोलने की तैयारी में जुटे हैं.

बता दें कि राज्यसभा चुनाव में अखिलेश यादव से मुलाकात करने के बावजूद बीजेपी को वोट करने वाले राजा भैया के रिश्ते अब सपा से भी अच्छे नहीं रहे हैं. बीएसपी से उनका पुराने समय से 36 का आंकड़ा रहा है. मायावती की सरकार में 2002 में विधायक पूरन सिंह को धमकाने के मामले में उन्हें जेल जाना पड़ा था. उस वक्त उनपर पोटा लगाया गया था. इसके बाद 2003 में मुलायम सिंह की सरकार बनने के बाद उनसे पोटा हटा दिया गया और वे मंत्री बने.

राजा भैया अखिलेश यादव की सरकार में भी मंत्री बने लेकिन कुंडा के सीओ जियाउल हक की हत्या मामले में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. फिलहाल उन्हें योगी आदित्यनाथ की सरकार में कोई विशेष अहमियत नहीं मिल पाई है जिसके चलते वे खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इसी वजह से राजा भैया अपनी पार्टी बनाना चाहते हैं. यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी जिन राजपूत नेताओं को टिकट नहीं देगी राजा भैया उन्हें अपनी पार्टी से चुनाव लड़ाएंगे. 

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