बेंगलुरु: एनडीए में शामिल होने के बाद जनता दल (सेक्युलर) में खटपट की खबरें तेज हैं. इस बीच पार्टी नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे जेडीएस नेता सीएम इब्राहिम ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि एचडी कुमारस्वामी मेरे छोटे भाई की तरह हैं और देवेगौड़ा मेरे पिता तुल्य हैं. मैं उनका काफी […]
बेंगलुरु: एनडीए में शामिल होने के बाद जनता दल (सेक्युलर) में खटपट की खबरें तेज हैं. इस बीच पार्टी नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे जेडीएस नेता सीएम इब्राहिम ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि एचडी कुमारस्वामी मेरे छोटे भाई की तरह हैं और देवेगौड़ा मेरे पिता तुल्य हैं. मैं उनका काफी सम्मान करता हूं. लेकिन मुझे दुख है कि कुमारस्वामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है.
इब्राहिम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एचडी देवेगौड़ा देश के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. भाजपा को देवेगौड़ा के पास आना चाहिए था. लेकिन मुझे दुख है कि देवेगौड़ा को बीजेपी के पास जाना पडा. जेडीएस नेता ने आगे कहा कि राजनीति में कुछ भी छिपाना नहीं चाहिए. अगर कुमारस्वामी भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहते थे तो उन्हें बताना चाहिए था.
जेडीएस नेता ने आगे कहा कि अगर मुझे भारतीय जनता पार्टी के साथ जाना होता तो मैं बहुत पहले ही चला गया होता. जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने मुझे मंत्री बनने की पेशकश की थी. इब्राहिम ने कहा कि भाजपा नेताओं का मैं सम्मान करता हूं. मैं प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का सम्मान करता हूं लेकिन राजनीति में कुछ भी व्यक्तिगत नहीं होता.
बता दें कि इससे पहले एचडी कुमारस्वामी ने कहा था कि हम जेडीएस-बीजेपी गठबंधन में किसी भी मुस्लिम नेता का अनादर नहीं करेंगे. हमने जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम के साथ बीजेपी-जेडीएस गठबंधन पर सभी तरह की बातों पर चर्चा की है. दशहरा उत्सव के बाद जेडीएस-बीजेपी गठबंधन के बारे में और बातचीत होगी, जिसमें सीट बंटवारे पर चर्चा हो सकती है.
वहीं, देश के पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने एनडीए के साथ जाने पर कहा है कि मैंने पिछले 10 वर्षों में पहली बार गृह मंत्री अमित शाह के साथ चर्चा की. मैं इस मुद्दे को लेकर पीएम मोदी से नहीं मिला हूं. मैंने केंद्रीय गृह मंत्री को कर्नाटक की राजनीतिक स्थिति के बारे में भी बताया है.
देवेगौड़ा ने आगे कहा कि बीजेपी में शामिल होने से पहले हमने अपने 19 विधायकों और 8 एमएलसी के विचार लिये. उन्होंने कहा कि जेडीएस को बीजेपी के साथ गठबंधन करने पर विचार करना चाहिए. इसके बाद ही गठबंधन करने का फैसला हुआ.