Nepal: केपी शर्मा ओली के नाम पर लगी मुहर, तीसरी बार संभालेंगे प्रधानमंत्री की कुर्सी

नई दिल्ली: नेपाल में पिछले कुछ हफ्तों से चल रहे राजनीतिक संकट के बाद, केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की तैयारी कर ली है। तख्तापलट के बाद की इस नई राजनीतिक स्थिति में, ओली को प्रधानमंत्री के रूप में वापस लाने का फैसला किया गया है। यह निर्णय तब आया है […]

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Nepal: केपी शर्मा ओली के नाम पर लगी मुहर, तीसरी बार संभालेंगे प्रधानमंत्री की कुर्सी

Aniket Yadav

  • July 14, 2024 6:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: नेपाल में पिछले कुछ हफ्तों से चल रहे राजनीतिक संकट के बाद, केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की तैयारी कर ली है। तख्तापलट के बाद की इस नई राजनीतिक स्थिति में, ओली को प्रधानमंत्री के रूप में वापस लाने का फैसला किया गया है। यह निर्णय तब आया है जब नेपाल के राजनीतिक परिदृश्य में गहरा अस्थिरता और अविश्वास का माहौल बना हुआ है.

ओली की सत्ता में हुई वापसी

पिछले कुछ महीनों से, नेपाल के राजनीतिक दलों के बीच विवाद और असहमति बढ़ती जा रही थी, जिसके परिणामस्वरूप देश की स्थिरता खतरे में पड़ गई थी. इस राजनीतिक उथल-पुथल का परिणाम अंततः तख्तापलट के रूप में सामने आया. केपी शर्मा ओली की वापसी के पीछे मुख्य कारण यह है कि उन्होंने पहले भी नेपाल को राजनीतिक स्थिरता और विकास की दिशा में ले जाने का प्रयास किया था। उनके पिछले कार्यकाल में नेपाल के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियों और परियोजनाओं की शुरुआत की थी। ओली के समर्थकों का मानना है कि उनकी वापसी से देश को एक बार फिर स्थिरता और विकास की दिशा में ले जाया जा सकता है.

विपक्षी दलों ने बोला हमला

ओली की वापसी को लेकर राजनीतिक दलों में मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। उनके समर्थक इसे एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं, जबकि विरोधी दल इसे लोकतंत्र पर हमला मान रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि तख्तापलट के जरिए सत्ता में वापस आना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.

ओली के सामने चुनौतियाँ

केपी शर्मा ओली के सामने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ होंगी। सबसे पहले, उन्हें देश में राजनीतिक स्थिरता बहाल करनी होगी। इसके अलावा, उन्हें देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने और विकास परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने पर ध्यान देना होगा. नेपाल में तख्तापलट के बाद की नई राजनीतिक स्थिति में केपी शर्मा ओली की वापसी ने देश में एक नई दिशा का संकेत दिया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ओली और उनकी नई सरकार देश को स्थिरता और विकास की दिशा में कितनी दूर तक ले जा पाती है.

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