चंडीगढ़. Kapurthala Lynching: कपूरथला पुलिस ने निजामपुर मोड़ स्थित गुरुद्वारा के ग्रंथी अमरजीत सिंह (55) को 19 दिसंबर को वहां मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी शुक्रवार को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बयान के कुछ घंटे बाद हुई। पुलिस युवक की मौत […]
चंडीगढ़. Kapurthala Lynching: कपूरथला पुलिस ने निजामपुर मोड़ स्थित गुरुद्वारा के ग्रंथी अमरजीत सिंह (55) को 19 दिसंबर को वहां मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी शुक्रवार को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बयान के कुछ घंटे बाद हुई। पुलिस युवक की मौत के कारणों को लेकर पोस्टमार्टम की आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी। गुरुवार को मेडिकल बोर्ड द्वारा युवक के पोस्टमार्टम के बाद उसके शरीर पर धारदार हथियार से गंभीर चोट के निशान पाए गए थे। हत्या के आरोप में शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसके बाद ग्रंथी को गिरफ्तार कर किया गया।
शुक्रवार की सुबह पत्रकारों को बताते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि कपूरथला कांड में किसी भी तरह की बेअदबी से नही हुई, यह मामला हत्या का है और इस पर एफआईआर दर्ज कर दी जाएगी। 100 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है, ये वो लोग हैं जिन्हें वीडियो में पीडित को बांधने व पीटते देखा जा सकता है, वीडियो को सोशल मीडिया पर लाइव-स्ट्रीम किया गया था।
आईजी गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा, “निजामपुर गुरुद्वारे के ग्रंथी अमरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। युवकों की लिंचिंग के लिए 100 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है। शेष लोग जिनमें 25 से 30 अज्ञात हथियारबंद लोग शामिल हैं। लेकिन हमारे पास वीडियो और तस्वीरें हैं और उनकी पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। हम लिंचिंग की घटनाएं नहीं होने दे सकते।”
जहां कपूरथला के एसएसपी एचपीएस खाख ने इस बात की पुष्टि की कि गुरुद्वारे के कार्यवाहक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई है, वहीं कपूरथला पुलिस आज दोपहर तक इस घटना पर चुप्पी साधे रही। सूत्रों ने कहा कि पुलिस 100 अन्य आरोपियों की तलाश में है और जल्द ही और गिरफ्तारियां की जाएंगी।
अमरजीत और उसके सेवादारों द्वारा उस युवक को पकड़ने के बाद 150 से 200 लोग गुरुद्वारे में जमा हो गए थे, जिस पर उन्हें संदेह था कि वे बेअदबी करने के इरादे से आए थे। ग्रंथी ने गुरुद्वारे से कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया था और लोगों के इकट्ठा होने की घोषणा भी की थी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जब तक पुलिस डेढ़ घंटे के बाद मौके पर पहुंची, तब तक पीड़ित अधिकांश घायल हो चुका था।
पुलिस चौकी सड़क के दूसरी ओर गुरुद्वारे के पास है। युवक को जिस कमरे में बांधा गया था, उससे छुड़ाने की पुलिस की कोशिशों में पुलिस और भीड़ के बीच हाथापाई हो गई और कम से कम तीन पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे।