पटनाः महागठबंधन से आउट होने के बाद सीपीआई और लेफ्ट पार्टियों ने बिहार के बेगूसराय से युवा छात्र नेता और जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को टिकट देने का फैसला किया है. ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव में बेगूसराय सीट पर जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलेगा. रविवार सुबह कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) की बिहार इकाई के सचिव सत्यनारायण सिंह ने पटना कन्हैया कुमार को बेगूसराय से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ाने की घोषणा की.
कन्हैया कुमार ने हाल ही में जेएनयू से अफ्रीकन स्टडीज में डॉक्टरेट की उपाधि ली है और युवा नेता है. वह अक्सर नरेंद्र मोदी सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर हमलावर रहते हैं. बेगूसराय उनका घर है और वहां लेफ्ट पार्टी का कोर वोटर अब भी पार्टी के प्रति आस्थावान है. ऐसे में कन्हैया के लिए यह सीट सही तो है, लेकिन उनके लिए इस सीट पर महागठबंधन और बीजेपी कैंडिडेट को हराना आसान नहीं है.
मालूम हो कि बेगूसराय से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को टिकट दिया है, वहीं महागठबंधन के टिकट पर तनवीर हसन के चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है. ऐसे में इन दोनों उम्मीदवारों के बीच कन्हैया कुमार की मौजूदगी से यह सीट काफी हाई वोल्टेड हो गया है. कन्हैया की उम्मीदवारी को अन्य वामपंथी दल भी अपना समर्थन देंगे और वह संयुक्त लेफ्ट पार्टियों के साझा उम्मीदवार होंगे.
यहां बता दूं कि बेगूसराय सीट से पहले कन्हैया कुमार के महागठबंधन कैंडिडेट होने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन बीते दिनों महागठबंधन की सीटों का ऐलान होने के बाद सीपीआई की महागठबंधन से छुट्टी हो गई. वहीं महगठबंधन पार्टियों ने लेफ्ट पार्टी सीपीआई-एमएल को आरा सीट दी है.
यहां बता दूं कि महागठबंधन में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), राहुल गांधी की कांग्रेस, जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर (हम), उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसरपी) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) है. इसमें लेफ्ट पार्टियों के भी शामिल होने की खबर थी, लेकिन बीते दिनों जब महागठबंधन की सीटों का ऐलान हुआ तो उसमें सीपीआई का नाम ही नहीं था. वहीं सीपीआई-एमएल को एक सीट मिली.
उल्लेखनीय है पिछले बार बेगूसराय लोकसभा सीट पर मोदी लहर में बीजेपी कैंडिडेट भोला सिंह ने आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन को 58 हजार मतों से हराया था. वहीं लेफ्ट पार्टी इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही थी.
उल्लेखनीय है कि महागठबंधन ने सीपीआई-एमएल को आरा सीट दी है, लेकिन सीपीआई ने काराकट और सीवान सीट की भी मांग की है, ऐसे में अब बेगूसराय सीट पर लेफ्ट यूनिटी का कैंडिडेट उतारने के बाद ये आसार भी बन रहे हैं कि सीपीआई और सीपीआई एमएल अन्य सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है.
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