कोलकाता, काली फिल्म के पोस्टर पर छिड़ा अब भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा की ओर से मां काली पर दिए गए बयान पर भी राजनीतिक विवाद जारी है. भाजपा और टीएमसी एक दूसरे पर निशाना साध रही हैं, इस बीच रविवार को महुआ मोइत्रा […]
कोलकाता, काली फिल्म के पोस्टर पर छिड़ा अब भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा की ओर से मां काली पर दिए गए बयान पर भी राजनीतिक विवाद जारी है. भाजपा और टीएमसी एक दूसरे पर निशाना साध रही हैं, इस बीच रविवार को महुआ मोइत्रा एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में आ गई हैं. मोइत्रा ने भाजपा आईटी सेल प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा, अब माँ काली उन्हें बक्शने वाली नहीं हैं.
काली पोस्टर विवाद के चलते मुश्किलों में घिरीं मोइत्रा ने ट्वीट करते हुए कहा, बंगाल के लिए भाजपा के ट्रोल-इन-चार्ज को सलाह देती हूँ कि वे अपने आकाओं से कहें कि वे उन चीजों पर टिप्पणी करना बंद करें जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं हैं. दीदी ओ दीदी ने उन्हें बूट दिलवाया, अब मां ओ मां उन्हें बक्शने वाली नहीं हैं.’ दरअसल, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी की ओर से दीदी ओ दीदी बोलना भाजपा के लिए भारी पड़ गया था और भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था, इसी को अब काली पोस्टर विवाद से जोड़ते हुए महुआ मोइत्रा ने भाजपा और पीएम मोदी पर पलटवार किया है.
फिल्म मां काली के पोस्टर को लेकर छिड़े विवाद के बीच आज प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने इशारो-इशारों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि मां काली में आस्था सिर्फ बंगाल के लोगों में ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लोगों में है.
पीएम मोदी ने कहा कि मां काली का असीमित, असीम आशीर्वाद हमेशा भारत के साथ है. भारत इसी आध्यात्मिक ऊर्जा को लेकर आज विश्व कल्याण की भावना से आगे बढ़ रहा है. स्वामी रामकृष्ण परमहंस, एक ऐसे संत थे जिन्होंने माँ काली का स्पष्ट साक्षात्कार किया था, जिन्होंने माँ काली के चरणों में अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया था, वो कहते थे- ये सम्पूर्ण जगत, ये चर-अचर, सब कुछ माँ की चेतना से व्याप्त है. यही चेतना बंगाल की काली पूजा में दिखती है.