Jyotiraditya Scindia Supports Revoking Article 370: जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के मोदी सरकार के प्रस्ताव पर कांग्रेस में फूट पड़ती नजर आ रही है. सरकार के कदम का लगातार विरोध कर रही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आर्टिकल 370 और 35 ए को हटाने के सरकार के कदम का समर्थन किया है. सोमवार को राज्यसभा में पारित होने के बाद जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल आज यानी मंगलवार को लोकसभा में बहुमत के साथ पारित हो गया है. बिल के पक्ष में लोकसभा में 367 वोट पड़े वहीं विपक्ष में 67 वोट पड़े.
Jyotiraditya Scindia Supports Revoking Article 370: जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के मोदी सरकार के प्रस्ताव पर कांग्रेस में फूट पड़ती नजर आ रही है. सरकार के कदम का लगातार विरोध कर रही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आर्टिकल 370 और 35 ए को हटाने के सरकार के कदम का समर्थन किया है. सोमवार को राज्यसभा में पारित होने के बाद जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल आज यानी मंगलवार को लोकसभा में बहुमत के साथ पारित हो गया है. बिल के पक्ष में लोकसभा में 367 वोट पड़े वहीं विपक्ष में 67 वोट पड़े.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अनुच्छेद 370 हटाने के मोदी सरकार के कदम का समर्थन करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख को लेकर उठाए गए कदम और भारत देश में उनके पूर्ण रूप से एकीकरण का मैं समर्थन करता हूं. संवैधानिक प्रक्रिया का पूर्ण रूप से पालन किया जाता तो बेहतर होता, साथ ही कोई सवाल भी इस पर खड़े नहीं होते. लेकिन ये फैसला राष्ट्र हित में लिया गया है और मैं इसका समर्थन करता हूं.
https://twitter.com/JM_Scindia/status/1158735417702678528
हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया कोई पहले कांग्रेसी नेता नहीं है जिन्होंने अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाने के सरकार के कदम का समर्थन किया है. उनसे पहले कांग्रेस के युवा नेताओं में से एक मिलिंद देवड़ा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, अदिति सिंह, जनार्दन द्विवेदी ने मोदी सरकार के इस कदम का समर्थन किया है. कांग्रेसी नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ट्वीट कर कहा था कि मेरा पहले से ये विचार रहा है कि 21वीं सदी में अनुच्छेद 370 का कोई औचित्य नहीं है और इसको हटना चाहिए. ऐसा देश की अखण्डता व जम्मू कश्मीर की जनता जो हमारे देश का अभिन्न अंग है के हित में भी है. मगर अब पूर्णता मौजूदा सरकार की जिम्मेदारी है कि इस का क्रियान्यवरण शांति व विश्वास के वातावरण में हो.
Very unfortunate that Article 370 is being converted into a liberal vs conservative debate.
Parties should put aside ideological fixations & debate what’s best for India’s sovereignty & federalism, peace in J&K, jobs for Kashmiri youth & justice for Kashmiri Pandits.
— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) August 5, 2019
United we stand!
Jai Hind#Article370— Aditi Singh (@AditiSinghRBL) August 5, 2019
कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट कर कहा कि दुर्भाग्य से आर्टिकल 370 के मसलों को उदारवादी और कट्टर की बहस में तब्दील कर दिया गया. पार्टियों को अपने वैचारिक मतभेदों को किनारे कर भारत की संप्रुभता, कश्मीर शांति, युवाओं को रोजगार और कश्मीरी पंडितों के लिए न्याय के लिहाज से सोचना चाहिए. कांग्रेस की युवा विधायक अदिति सिंह ने ट्वीट कर कहा एकजुट हो जय हिंद. धारा 370 को समर्थन.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में एक जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि राम मनोहर लोहिया भी इसके समर्थन थे. द्विवेदी ने कहा कि मेरे राजनीतिक गुरू राम मनोहर लोहिया शुरू से ही अनुच्छेद 370 का विरोध करते थे. हम लोग छात्र आंदोलन में इसका विरोध किया करते थे. जहां तक मेरा व्यक्तिगत विचार है तो उसके हिसाब से यह एक राष्ट्रीय संतोष की बात है. जहां कांग्रेस के ये तमाम नेता अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस का नेतृत्व लगातर इस मामले पर सरकार का तीखा विरोध कर रहा है.