नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर के मसले पर ऐतिहासिक फैसला करते हुए आर्टिकल 370 के तीन में से दो खंडों का खत्म कर दिया है. साथ ही जम्मू कश्मीर को विधानसभा के साथ और लद्दाख को बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया है. गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संकल्प पेश करते हुए यह ऐलान किया जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी दे दी. मोदी सरकार के इस फैसले के बाद दुनियाभर से लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं. देश के पत्रकारों और संपादकों ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की हैं. काफी पत्रकार मोदी सरकार के फैसले के पक्ष तो काफी विपक्ष में भी नजर आए हैं.
कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाकर अमित शाह और बीजेपी ने तुरूप का इक्का चला है. काफी विपक्षी दल भी मोदी सरकार के समर्थन में है. विरोध कर रहे पीडीपी के सांसदों को राज्यसभा से बाहर निकाला गया. एक बार फिर दबंग राष्ट्रवाद का माहौल वापस लौट गया है.
पत्रकार निखिल वागले ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के लिए 5 अगस्त का काला दिन है. आज नरेंद्र मोदी सरकार ने कश्मीरी लोगों को भारतीयोें से दूर कर दिया है.
वरिष्ठ पत्रकार ने उर्मिलेश ने कहा कि ‘अनुच्छेद 370 खत्म करने का सरकार का अविवेकपूर्ण, असंगत, और ग़ैर ज़रूरी कदम! संविधान तोड़ने-मरोड़ने की दबंगई ! आर्थिक-सामाजिक मोर्चे पर अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने का हथकंडा! संविधान नहीं, RSS के फरमान के मद्देनजर किया यह फैसला! भारतीय अवाम का नहीं, सिर्फ संघ का एजेंडा!’
पत्रकार सागरिका घोष कहती हैं कि मोदी सरकार ने भारत के साथ कश्मीर के “एकीकरण” को बल और प्रदर्शन के जरिए मजबूर किया है. आशा है कि भाजपा सरकार अब कश्मीरियों के साथ-साथ शेष भारत में भी विकास, रोजगार, उद्योग और कल्याण प्रदान कर सकती है और इसे दूसरा फिलिस्तीन में नहीं बनने देगी.
वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने कहा कि अमित शाह ने 370 हटाकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बात को पूरा किया है लेकिन कानून के अनुसार देखें तो इसके लिए जम्मू कश्मीर की सहमती जरूरी है. अब नहीं तो बाद में जम्मू कश्मीर में नई सरकार बनेगी फिर…
पत्रकार साक्षी जोशी ने कहा कि जम्मू कश्मीर की सरकार की सहमति से राष्ट्रपति ने अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला कर लिया है. पर वहां सरकार है ही कहां?
मोदी सरकार के विरोधी कहे जाने वाले पत्रकार पून्य प्रसून वाजपेयी ने कश्मीर मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है.
वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी ने कहा ‘आज जम्मू कश्मीर का पुनर्जन्म हुआ है।पुरानी भूल को सुधारा गया है. आज़ाद भारत का सबसे बड़ा फ़ैसला. जम्मू कश्मीर अब राज्य नहीं रहा बल्कि दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाँट दिया गया है. अब ये भारत का उतना ही अभिन्न अंग है जितना दिल्ली. बधाई पीएम नरेंद्र मोदी आपने कर दिखाया.
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