नई दिल्ली। झारखंड में नई सरकार के गठन पर सस्पेंस अभी भी बना(Jharkhand Politics)हुआ है। ऐसे में अब तक चंपई के शपथग्रहण का समय नहीं मिला है। बता दें कि थोड़ी देर पहले नए मुख्यमंत्री के तौर पर प्रस्तावित चंपई सोरेन राजभवन पहुंचे थे। यहां से निकलने के बाद उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा […]
नई दिल्ली। झारखंड में नई सरकार के गठन पर सस्पेंस अभी भी बना(Jharkhand Politics)हुआ है। ऐसे में अब तक चंपई के शपथग्रहण का समय नहीं मिला है। बता दें कि थोड़ी देर पहले नए मुख्यमंत्री के तौर पर प्रस्तावित चंपई सोरेन राजभवन पहुंचे थे। यहां से निकलने के बाद उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि राज्यपाल ने जल्द समय देने का भरोसा जताया है और उनके पास अभी 43 विधायकों का समर्थन है। जल्द ही 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त होगा।
वहीं इस बीच एक और बड़ी खबर जो सामने आई है वो ये कि चंपई सोरेन को समर्थन देने वाले विधायकों को सर्किट हाउस से हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है। सर्किट हाउस के बाहर बड़ी AC बस पहुंची, जिससे विधायकों को ले जाया गया। वहीं इससे पहले पार्टी ने 43 विधायकों का एक वीडियो भी जारी(Jharkhand Politics) किया। बता दें कि राज्यपाल से मुलाकात के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि करीब 22 घंटे बीत चुके हैं लेकिन नई सरकार के शपथ ग्रहण के बारे में राज्यपाल ने कुछ नहीं कहा है।
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलने के बाद, जेएमएम विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने कहा, हमने मांग की है कि सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। उन्होंने (राज्यपाल) कहा कि प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।
बता दें कि इससे पहले झारखंड(Jharkhand Politics) में जारी राजनीतिक संकट के बीच चंपई सोरेन राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन से मिलने राजभवन गए थे। जहां सोरेन के साथ-साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक सत्यानंद भोक्ता, भाकपा (माले) एल के विधायक विनोद सिंह और विधायक प्रदीप यादव भी मौजूद थे। इस दौरान, सिंह ने राजभवन में प्रवेश करने से पहले कहा, हम राज्यपाल से सरकार बनाने के हमारे दावे को जल्द से जल्द स्वीकार करने का अनुरोध करेंगे।
बता दें कि राज्यपाल ने राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को शाम साढ़े पांच बजे मुलाकात का वक्त दिया था। हेमंत सोरेन को बुधवार रात यहां मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद चंपई सोरेन झामुमो को विधायक दल का नेता चुना गया।
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