श्रीनगर. फारूक अब्दुल्ला एक बार फिर से नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं. इस दौरान आयोजित सभा में उन्होंने पार्टी द्वारा 2018 में पंचायत चुनावों के बॉयकॉट के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि आने वाले सभी चुनाव में पार्टी को हिस्सा लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने सरकार और सुरक्षा बलों […]
श्रीनगर. फारूक अब्दुल्ला एक बार फिर से नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं. इस दौरान आयोजित सभा में उन्होंने पार्टी द्वारा 2018 में पंचायत चुनावों के बॉयकॉट के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि आने वाले सभी चुनाव में पार्टी को हिस्सा लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने सरकार और सुरक्षा बलों से अपील भी की कि वे चुनाव में कोई भी दखल न दें. अब्दुल्ला ने कहा कि पार्टियों के दखल देने से ऐसा तूफान आएगा जिसे आप कंट्रोल नहीं कर पाएंगे.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि पार्टी द्वारा 2018 में पंचायत चुनावों का बॉयकॉट एक बड़ी गलती थी अब पार्टी हर चुनाव में मैदान में उतरने की कोशिश करेगी. याद रखिए, हम आने वाले चुनावों का बॉयकॉट नहीं करने वाले हैं, बल्की इसके बदले चुनाव लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी.’ फारूख अब्दुल्ला ने निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं हैं, इसके साथ ही उन्होंने इस दौरान उम्र अब्दुल्ला से भी चुनाव लड़ने को कहा है.
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, “जब मैं मुख्यमंत्री था (1996 में जम्मू-कश्मीर का), मैं डोडा के एक गांव में गया था उस समय वहां मतदान हो रहा था. मैं वहां किसी को नहीं देख सका क्योंकि (मतदान) मशीनें सेना के शिविर में रखी हुई थीं, इस दौरान जब मैंने पूछा कि यहां कोई क्यों नहीं है, तो उन्होंने (सैनिकों ने) कहा कि कोई वोट देने नहीं आया है, उन्होंने कहा कि वहां के दुकानदारों ने उन्हें बताया कि सुरक्षा बलों ने उन्हें धमकी दी है कि अगर वे वोटिंग मशीनों के पास जाते हैं तो उनके पाँव तोड़ देंगे इसीलिए तब कोई वोटिंग के लिए नहीं आया था. आज के समय में भाजपा कुछ भी कर सकती है, ऐसे में, अगर हम उनसे लड़ना चाहते हैं तो हमें मैदान में उतरना होगा और चुनाव भी लड़ना होगा, अब हम चुनाव लड़ेंगे.”
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