Imran Khan No trust vote: नई दिल्ली, पाकिस्तान के लिए रविवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहा, यहाँ सुबह से ही काफी सियासी उठापटक मची रही. बता दें कि इमरान खान (Imran Khan No trust vote) की सिफारिश के आधे घंटे के अंदर ही राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने संसद को भंग कर दिया, जिसके बाद से […]
नई दिल्ली, पाकिस्तान के लिए रविवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहा, यहाँ सुबह से ही काफी सियासी उठापटक मची रही. बता दें कि इमरान खान (Imran Khan No trust vote) की सिफारिश के आधे घंटे के अंदर ही राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने संसद को भंग कर दिया, जिसके बाद से ही पाकिस्तानी संसद में विपक्ष का प्रदर्शन जारी है. वहीं, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आर्मी ने भी अपना पक्ष साफ कर दिया है, आर्मी ने कह दिया कि इस मामले में आर्मी का कोई दखल नहीं होगा.
पाकिस्तान की आर्मी ने कहा कि मुल्क में आज जो भी सियासी खलबली हुई है, वो पूरी तरह से राजनीतिक है, इमसें आर्मी का कोई भी दखल नहीं है. आर्मी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि, “इस समय जो भी हो रहा है, उसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है”. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक बाबर इफ्तिखार ने कहा कि हम इस घटनाक्रम से बहुत दूर हैं, हमारी इसमें कोई दखलंदाज़ी नहीं है.
बता दें सेना ने 73 से अधिक वर्षों के पाकिस्तान के इतिहास में आधे से अधिक समय तक देश पर शासन किया है. बता दें कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पिछले हफ्ते दो बार प्रधानमंत्री इमरान खान से ख़ास मुलाक़ात की थी.
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री इमरान खान के अनुसार सेना के शीर्ष नेतृत्व ने पिछले हफ्ते ही उनसे मुलाकात की थी और राजनीतिक गतिरोध को हल करने के लिए तीन विकल्पों को पेश किया था. इसमें इमरान खान का इस्तीफा, अविश्वास का सामना करना या जल्दी चुनाव बुलाना शामिल था.