Monsoon session: एक दिन भी चर्चा होती तो बाकी काम किया जा सकता था… मणिपुर मामले पर राघव चड्ढा

नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा को लेकर देश में सियासी बवाल कायम है. सड़कों से लेकर सुप्रीम कोर्ट और संसद तक ये मामला गरमाया हुआ है लेकिन मानसून सत्र में इसपर बवाल होने के अलावा कोई चर्चा नहीं हुई है. विपक्ष लगातार मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर […]

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Monsoon session: एक दिन भी चर्चा होती तो बाकी काम किया जा सकता था… मणिपुर मामले पर राघव चड्ढा

Riya Kumari

  • July 31, 2023 5:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा को लेकर देश में सियासी बवाल कायम है. सड़कों से लेकर सुप्रीम कोर्ट और संसद तक ये मामला गरमाया हुआ है लेकिन मानसून सत्र में इसपर बवाल होने के अलावा कोई चर्चा नहीं हुई है. विपक्ष लगातार मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है. दूसरी सत्ता पक्ष बार-बार आरोप लगा रहा है कि विपक्ष मणिपुर मामले में चर्चा को लेकर राजनीति करने के अलावा कुछ भी नहीं कर रहा है. इन्हीं आरोप प्रत्यारोपों के बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

 

क्या बोले राघव चड्ढा?

सदन में मणिपुर पर चर्चा पर AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहती है. आप सांसद ने मीडिया से कहा, ”सरकार मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहती है. संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई को शुरू हुआ था, अगर पिछले 11 कार्य दिवसों में से एक दिन भी मणिपुर पर चर्चा होती तो बाकी दिनों में विधायी कार्य किया जा सकता था.”

अनुराग ठाकुर का बयान

बता दें, 20 जुलाई से देश की संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है जहां विपक्ष मणिपुर मुद्दे को लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है. इसी मांग को लेकर पिछले कई दिनों से संसद की कार्यवाही हगामे की भेंट चढ़ चुकी है. इसी क्रम में सोमवार को भी संसद का मानसून सत्र चला जिस दौरान केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर विपक्ष पर जमकर बरसे. पीएम मोदी के मणिपुर मामले में बयान देने की विपक्ष की मांग पर अनुराग ठाकुर ने प्रश्न किया, ‘‘यदि आपको (विपक्ष को) सड़कों पर ही मुद्दे उठाने हैं तो सदन में निर्वाचित होने का भला क्या उपयोग?” उन्होंने दावा किया कि मणिपुर की स्थिति पर सरकार चर्चा कराने के लिए तैयार है।

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