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आजम से मुलाक़ात के बाद शिवपाल का हमला, कहा- मुलायम-अखिलेश चाहते तो आज जेल से बाहर होते आजम

लखनऊ, अखिलेश यादव से नाराजगी के बीच शिवपाल यादव शुक्रवार सुबह सीतापुर जेल में बंद सपा नेता मोहम्मद आजम खान से मिलने के लिए पहुंचे. करीब एक घंटे 20 मिनट तक शिवपाल और आजम खान की मुलाक़ात हुई. मुलाकात के बाद जेल से निकले शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के साथ पहली बार सपा संरक्षक […]

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आजम से मुलाक़ात के बाद शिवपाल का हमला, कहा- मुलायम-अखिलेश चाहते तो आज जेल से बाहर होते आजम
  • April 22, 2022 3:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

लखनऊ, अखिलेश यादव से नाराजगी के बीच शिवपाल यादव शुक्रवार सुबह सीतापुर जेल में बंद सपा नेता मोहम्मद आजम खान से मिलने के लिए पहुंचे. करीब एक घंटे 20 मिनट तक शिवपाल और आजम खान की मुलाक़ात हुई. मुलाकात के बाद जेल से निकले शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के साथ पहली बार सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर भी वार किया. उन्होंने कहा कि अगर नेताजी और अखिलेश यादव चाहते तो आज आजम खान जेल से बाहर होते. शिवपाल ने आगे बड़े भाई मुलायम पर तीखा हमला करते हुए बोले, नेताजी ने कुछ नहीं किया, मामले को लोकसभा में भी नहीं उठाया, वो चाहते तो धरना कर सकते थे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया.

शिवपाल ने कहा कि वह इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट करने वाले हैं.

जेल में आजम खान से मिलने पहुंचे थे शिवपाल

शुक्रवार सुबह 9.50 बजे शिवपाल यादव आजम खान से मिलने जेल पहुंचे. 11.15 तक उन्होंने आजम खान से बातचीत की. बता दें सपा के अन्य मुस्लिम नेताओं के बदलते रुख और जयंत चौधरी के आजम खान के परिजनों से मुलाकात के बाद शिवपाल यादव की आजम से ये मुलाक़ात काफी अहम मानी जा रही है. शिवपाल यादव ने आजम खान से मुलाक़ात कर भविष्य में नए राजनीतिक समीकरणों की सुगबुगाहट शुरू कर दी है. शिवपाल यादव ने साफ कहा है कि आजम साहब बड़े नेता है, उनकी पीड़ा को पार्टी को समझना चाहिए थे. शिवपाल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर पीड़ा साझा करेंगे. शिवपाल ने आगे कहा कि वो सही समय आने पर सभी खुलासे करेंगे, आगे उन्होंने सभी को सही वक्त का इंतज़ार करने को कहा है.

कब होगी शिवपाल की भाजपा में एंट्री?

शिवपाल यादव के भाजपा में एंट्री को लेकर कभी कोई तारीख बताई जाती है तो कभी कोई तारीख, लेकिन फिलहाल चाचा शिवपाल की एंट्री को लेकर कोई तारीख फाइनल नहीं हो पाई है. एकतरफ भाजपा है जो शिवपाल की एंट्री को लेकर ज्यादा जल्दबाजी के मूड में नहीं है तो वहीं, दूसरी तरफ चाचा शिवपाल अभी भी कन्फ्यूज नज़र आ रहे हैं. ऐसे में, चाचा शिवपाल के भाजपा में जाने की अटकलों के बीच शिवपाल ने दो दिन में दो ऐसे संकेत दिए हैं, जिससे उनका रुख बदलता नजर आ रहा है.

 

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