लखनऊ, सीएम योगी आदित्यनाथ के दो दिवसीय गोरखपुर दौरे के बीच उनके संगठन हिंदू युवा वाहिनी में बड़े फेरबदल किए गए हैं, वाहिनी की प्रदेश कार्यकारिणी समेत संभाग, विभाग और सभी जिलों की इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है. भंग की गई हिंदू युवा वाहिनी प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने […]
लखनऊ, सीएम योगी आदित्यनाथ के दो दिवसीय गोरखपुर दौरे के बीच उनके संगठन हिंदू युवा वाहिनी में बड़े फेरबदल किए गए हैं, वाहिनी की प्रदेश कार्यकारिणी समेत संभाग, विभाग और सभी जिलों की इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है.
प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही इकाइयों का पुनर्गठन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि लंबे समय से संगठन में इकाइयों का पुनर्गठन नहीं हुआ था, जिसकी वजह से इकाइयों को भंग करना पड़ा है. वैसे वाहिनी में इस फेरबदल के पीछे संगठन को नई उर्जा से भरने की योजना बनाई जा रही है और कहा जा रहा है कि मिशन-2024 से पहले पूर्वी से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक हिन्दू युवा वाहिनी नए कार्यकर्ताओं की नई टीम बनाने की तैयारी कर रही है.
बता दें, हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक सीएम योगी आदित्यनाथ हैं, योगी आदित्यनाथ ने साल 2002 में सांसद रहते हुए इसका गठन किया था. 2022 के चुनाव में वाहिनी ने पूरी ताकत से भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार अभियान चलाया था, गौरतलब है वाहिनी ने योगी आदित्यनाथ के 2004, 2009 और 2014 के चुनाव प्रचार अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में जगह-जगह समाज के सभी वर्गों के साथ सहभोज के आयोजन कर वाहिनी ने सामाजिक सहकारिता और हिंदुत्व का संदेश भी पहुँचाया था.
मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद पिछले पांच वर्षों में राजनीतिक गतिविधियों से हटकर वाहिनी ने सामाजिक कार्यों जैसे राशन कार्ड वितरण, कोविड-19 की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान, इंसेफेलाइटिस उन्मूलन पर ध्यान दिया, वहीं इसके साथ स्थानीय प्रशासन से तालमेल स्थापित कर विकास और कल्याणकारी योजनाओं के प्रसार में भूमिका भी निभाई.
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