Hijab Row: बेंगलुरु, Hijab Row: कर्नाटक का हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, यह मामला हर एक नए दिन के साथ औ भी पेचीदा होते जा रहा है. देश भर में इस मामले को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. यह मामला अब इतना बढ़ गया है कि शिवमोगा जिले […]
बेंगलुरु, Hijab Row: कर्नाटक का हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, यह मामला हर एक नए दिन के साथ औ भी पेचीदा होते जा रहा है. देश भर में इस मामले को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. यह मामला अब इतना बढ़ गया है कि शिवमोगा जिले में दो छात्राओं ने स्कूल में हिजाब पहनने से मना करने पर परीक्षा का ही बहिष्कार कर दिया.
कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुआ हिजाब विवाद अब इतना बढ़ गया है कि हिजाब पहनने से मना करने पर छात्राओं ने परीक्षा का ही बहिष्कार कर दिया. राज्य के शिवमोगा जिले में हिजाब पहनने से मना करने पर दो छात्राओं ने स्कूल में परीक्षा का ही बहिष्कार कर दिया. दरअसल, परीक्षा के समय दो छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूल आई, लेकिन स्कूल प्रशासन ने हिजाब पहनकर परीक्षा देने की इजाजत नहीं दी, जिसके चलते छात्राएं परीक्षा छोड़कर चली गई. इन दोनों छात्राओं में से एक छात्रा छठवीं की थी तो दूसरी नौवीं की. छात्राओं के अभिभावकों ने इस मामले पर कहा कि उनकी बेटियां पहले भी हिजाब पहनकर स्कूल आई हैं, लेकिन कभी उन्हें हिजाब पहनने से मना नहीं किया गया तो अब क्यों.
इस बीच हिजाब विवाद को लेकर स्कूल- कॉलेज की छात्राओं के वकील मोहम्मद ताहिर ने कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर कर गुजारिश की है कि इस मामले की सुनवाई 28 फरवरी तक स्थगित कर दी जाए क्योंकि उनके मुताबिक राजनीतिक दल हिजाब विवाद का इस्तेमाल मौजूदा विधान सभा चुनावों में एक दूसरे के खिलाफ समुदायों का ध्रुवीकरण और उनके बीच नफरत और हिंसा पैदा करने के लिए कर रहे हैं.